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Ahmedabad: राजस्थान मूल के व्यापारी से निकोल में चार पुलिसकर्मियों ने जबरन 5.88 लाख वसूले

-मोबाइल फोन में क्रिकेट सट्टा की आईडी होने की बात कहकर मांगे थे 20 लाख, निकोल थाने में मामला दर्ज

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Nikol

Ahmedabad. राजस्थान मूल के एक रत्न (नग) व्यापारी से निकोल क्षेत्र के दास्तान सर्कल पर चार पुलिस कर्मचारियों की ओर से जबरन 5.88 लाख रुपए वसूलने का मामला सामने आया है। 17 जून को हुई इस घटना की एफआईआर 19 सितंबर को निकोल थाने में दर्ज हुई है।राजस्थान के राजसमंद जिले की आमेठ तहसील के आगल गांव के मूल निवासी वजेराम गुर्जर (45) मुंबई के अंधेरी स्थित सागर शॉपिंग कॉम्पलेक्स में रत्न का व्यापार करते हैं। वे मुंबई में मीरा-भायंदर रोड में रामदेव पार्क रोड पर रामदेव एंक्लेव में रहते हैं।

मामले के मुताबिक वे अपने पारिवारिक भाई दिनेश गुर्जर के साथ मित्र की कार लेकर राजस्थान से मुंबई जा रहे थे। 17 अगस्त की रात करीब नौ बजे अहमदाबाद के सरदार पटेल रिंग रोड पर दास्तान सर्कल पहुंचने पर वहां मौजूद चार पुलिस कर्मचारियों ने उनकी कार रोकी। इसमें से दो व्यक्ति सफेद शर्ट और नीली रंग की पैंट पहने हुए थे। एक व्यक्ति खाकी वर्दी में और एक अन्य सादे कपड़ों में था। चारों ने कार की जांच की, लेकिन कुछ शंकास्पद नहीं मिला। उसके बावजूद खाकी कपड़े पहने व्यक्ति व सादा कपड़े वाले व्यक्ति ने उन्हें और उनके भाई दोनों को कार से नीचे उतारा।

सट्टा खेलने की बात कहकर मांगे 20 लाख

एफआइआर के तहत केबिन में व्यापारी से इन दोनों ने उसका मोबाइल फोन ले लिया। जांच करते हुए कहा कि तुम्हारे मोबाइल फोन में क्रिकेट सट्टे की आईडी है। तूम क्रिकेट सट्टा खेलते हो इसलिए तुम पर केस होगा। हम तुझे जेल में डाल देंगे। व्यापारी के इनकार करने और क्रिकेट की कोई आईडी नहीं होने की बात उन्होंने नहीं मानी। दोनों ने व्यापारी और उसके भाई को एक घंटे तक बिठाए रखा। उसके बाद सादे कपड़ों वाला व्यक्ति व्यापारी के पास आया और कहा कि तुम्हें यहां से जाना हो तो 20 लाख देने होंगे। नहीं तो सट्टे का केस दर्ज होगा।

डर की वजह से व्यापारी ने उसके पास रखे एक लाख रुपए दे लिए। लेकिन उन्होंने अतिरिक्त पांच लाख रुपए की मांग की। जब ऑनलाइन पैसे देने की बात कही तो खाकी वर्दी वाले व्यक्ति ने किसी व्यक्ति को फोन कर यूपीआई कोड तथा नंबर मंगाया और उस नंबर पर व्यापारी व उसके भाई से 4.88 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद व्यापारी व उसके भाई को जाने दिया। वहां से गए व्यापारी ने अहमदाबाद शहर के एक उच्च पुलिस अधिकारी से संपर्क किया। अधिकारी के निर्देश पर निकोल पुलिस ने 19 सितंबर को मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।