7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अरब सागर में डिप्रेशन: गुजरात में चहुंओर बारिश, अमरेली के राजुला में 7 इंच बरसा पानी

राज्य की 200 से अधिक तहसीलों में बरसा पानी, कई जगहों पर बाढ़ से हालात , नदी- नालों में उफान खेत बने तालाब, फसलों में नुकसान की आशंका को लेकर किसानों में चिंता

2 min read
Google source verification

पूर्व मध्य अरब सागर में डिप्रेशन से बदले मौसम के मिजाज से गुजरात में सोमवार को भी चहुंओर बारिश हुई। दिन भर में राज्य की 204 तहसीलों में पानी बरसा। सबसे ज्यादा बरसात सौराष्ट्र के अमरेली जिले की राजुला तहसील में हुई जहां सुबह छह से आठ बजे के सिर्फ दो घंटे में ही छह इंच से ज्यादा बारिश हो गई, जिसके कारण नदी-नालों में उफान हो गया वहीं दूसरी ओर खेत भी तालाबों में तब्दील हो गए। दिनभर में राजुला तहसील में सात इंच (175 मिलीमीटर) बारिश हुई। अमरेली जिले के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हो गए।स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर गांधीनगर के आंकड़ों के अनुसार गिर सोमनाथ जिले की ऊना व गिर गढ़डा तथा अमरेली जिले की लिलिया और तहसीलों में भी साढ़े चार इंच तक बारिश दर्ज की गई। अमरेली की सावरकुंडला, खांभा, भावनगर जिले की महुवा, तलाजा, जेसर व वल्लभीपुर, खेडा जिले की गलतेश्वर, गिरसोमनाथ की कोडीनार, महिसागर की खानपुर, बालासिनोर तथा पंचमहाल की गोधरा तहसीलों में भी दो से साढ़े तीन इंच तक बारिश हुई।

कई जगहों पर बाढ़ से हालात

अमरेली जिले की राजुला तहसील के धतरवाड़ी बांध-2 के एक साथ 19 गेट खोले गए हैं। निचले इलाकों के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। भारी बारिश के कारण भावनगर-सोमनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई सड़कें बंद हो गई हैं। राजुला के रामपरा गांव में एक वाहन पानी के तेज बहाव में फंस गया। वाहन के चालक को बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों ने बचाया। खांभा का रैडी बांध ओवरफ्लो हो गया और पांच गेट दो-दो फीट खोलकर पानी छोड़ा गया।

100 लोगों को बचाया

अमरेली ज़िला कलक्टर विकल्प भारद्वाज ने बताया कि तीन अलग-अलग जगहों से लगभग 50 से 100 लोगों को बचाया गया है। पानी में फंसे सभी लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंंचा दिया गया है। राजुला में बचाव कार्य के लिए एक टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया है।

किसानों की बढ़ी चिंता

राज्य में हो रही बेमौसम बारिश के चलते किसानों की चिंता बढ़ी हुई है। सौराष्ट्र के कुछ जिलों के साथ-साथ मध्य गुजरात व उत्तर गुजरात में क़पास, राई, दहलन और ज्वार जैसी तैयार फसलों को नुकसान होने की आशंका है। धान और सब्ज़ियों की फसलें भी प्रभावित हुई हैं। किसानों का कहना है कि मेहनत पर पानी फिर गया है। सरकार से तत्काल सर्वे कर मुआवजे की मांग की है।

कई जगहों पर रेडअलर्ट, पांच दिनों तक बारिश का जोर

मौसम विभाग ने आगाह किया है कि आगामी पांच दिनों तक राज्य के विविध हिस्सों में बारिश का जोर रहेगा। मंगलवार को अमरेली, भावनगर, गिरसोमनाथ जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया है। इसके तहत इन जिलों के कुछ-कुछ हिस्सों में भारी से अतिभारी बारिश होने की आशंका है। आणंद, भरुच, सूरत, नवसारी, कच्छ, जूनागढ़ व बोटाद के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अहमदाबाद, अरवल्ली, खेडा, वडोदरा, गांधीनगर, बनासकांठा, पाटण, महेसाणा, दाहोद समेत कई जिलों में भी भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिनों तक बारिश का जोर रह सकता है।

बढ़ी समुद्री गतिविधियां, बंदरगाहों पर सतर्कता, मछुआरों को चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार पूर्व-मध्य अरब सागर पर डिप्रेशन (दबाव क्षेत्र) सोमवार दोपहर ढाई बजे आठ किलोमीटर की गति से आगे बढ़ता केंद्रित हुआ। उस दौरान वेरावल से लगभग 570 किमी दक्षिण-पश्चिम में था। संभावना जताई है कि बुधवार को इसके पूर्व-मध्य अरब सागर में उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। इस चक्रवाती सिस्टम के कारण समुद्री गतिविधियां बढ़ गईं हैं,जिससे गुजरात के समुद्र में भी ऊंची लहरें देखी जा रही हैं। सतर्कता की दृष्टि से मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। सभी बंदरगाहों पर तीन नंबर के सिग्नल दर्शाए गए हैं।