5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नियमों को ताक पर रखकर चल रहे अस्पतालों पर फिर गिरी गाज, 13 को किया सील

दो दिन पहले भी शहर के 16 अस्पतालों को लगाए थे ताले

2 min read
Google source verification

अहमदाबाद में एक अस्पताल को सील करते मनपा कर्मी।

Ahmedabad : महानगरपालिका ने शुक्रवार को दक्षिण जोन में स्वास्थ्य सेवाओं की अनियमितताओं पर बड़ी कार्रवाई की है। बिल्डिंग यूज (बीयू) परमिशन के बिना और अन्य नियमों की अनदेखी करते मिले 13 अस्पतालों को सील कर दिया गया। बुधवार को भी शहर में 16 अस्पतालों पर इसी तरह की गाज गिरी थी। नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई।महानगरपालिका की ओर से शहर के दक्षिण जोन में एस्टेट एवं नगर विकास विभाग की टीम ने पीरियॉडिक इंस्पेक्शन के दौरान पाया कि कई अस्पताल नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, जो आम नागरिकों के हित में नहीं है। आठ टीम बनाकर ज़ोन में जांच की गई। इस दौरान कुल 81 अस्पतालों का निरीक्षण किया गया, जिनमें से 27 को नोटिस जारी किए गए और 13 अस्पतालों को सील कर दिया गया। सील किए गए अस्पतालों में ज्यादातर इंद्रपुरी, खोखरा, मणिनगर और अन्य इलाकों के हैं। शहर में दो दिन पहले भी मनपा की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई थी। उस दौरान नियमों का पालन न करने वाले भवनों पर सख्त कार्रवाई करते हुए विभिन्न इलाकों में अस्पतालों, स्कूलों और अन्य व्यावसायिक इकाइयों समेत कुल 28 स्थानों को सील किया गया था। इनमें 16 अस्पताल, 9 स्कूल और 3 अन्य इकाइयां शामिल थीं।

ये 13 अस्पताल किए गए सील

मणिनगर स्थित अभिषेक अस्पताल, डॉ. समीर एंड शाह सर्जिकल नर्सिंग होम, खोखरा स्थित बेबी केयर चिल्ड्रन हॉस्पिटल, श्रीजी सर्जिकल हॉस्पिटल एंड लेप्रोस्कॉपी सर्जरी सेंटर, कुणाल हॉस्पिटल एंड डायग्नोस्टिक सेंटर, आशीर्वाद आई हॉस्पिटल, हेता स्किन क्लीनिक, लांभा स्थित रियाना हॉस्पिटल, वटवा स्थित वात्सल्य हॉस्पिटल, वेद मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, इंद्रपुरी स्थित राजपूत आई हॉस्पिटल, राजपूत चिल्ड्रन हॉस्पिटल और आशिर्वाद सर्जिकल हॉस्पिटल को सील किया गया।

ग्रीन नेट न लगाने पर सात साइटों पर जुर्माना

महानगरपालिका की टीम ने शुक्रवार को अस्पतालों के साथ-साथ निर्माण स्थलों पर भी सख्ती दिखाई। कंस्ट्रक्शन साइटों पर सुरक्षा के लिए आवश्यक ग्रीन नेट नहीं पाया गया। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए 7 साइटों पर कार्रवाई की गई और उनसे 1.45 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया। मनपा ने स्पष्ट किया कि नागरिकों की सुरक्षा से जुड़ी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में भी ऐसे मामलों पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।