
अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर सामूिहक सूर्य स्नान में भाग लेते लोग।
Ahmedabad: गुजरात एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने रविवार को यहां साबरमती रिवरफ्रंट पर प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर्व का उद्घाटन करते हुए कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा का वास होता है। राज्यपाल ने इस अवसर पर नेचुरोपैथी डे के प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया। इस कार्यक्रम के दौरान 685 लोगों ने एक साथ वृक्षासन किया, चेहरे पर मड पैक लगाया और सामूहिक सूर्य स्नान किया। इस आयोजन को आइईए बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिला है।देशभर में योग और प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित कार्यक्रम 18 नवंबर तक चलेंगे, जिनमें सेमिनार, सूर्यस्नान, मड फेस पैक और वृक्षासन जैसी गतिविधियां शामिल हैं।प्रकृति के अनुरूप थी प्राचीन जीवनशैलीराज्यपाल ने कहा कि गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए रासायनिक खेती छोड़कर प्राकृतिक खेती अपनाना आवश्यक है। भारतीय ऋषि-मुनियों के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि प्राचीन भारत में जीवनशैली प्रकृति के अनुरूप थी, जिससे लोग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहते थे। सूर्या फाउंडेशन के जयप्रकाश अग्रवाल के साथ अनुभव साझा करने के साथ राज्यपाल ने गुजरात राज्य योग बोर्ड के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी रामप्रसाद बिस्मिल को याद करते हुए दैनिक जीवन में योग, प्राणायाम और व्यायाम को अपनाने की अपील की।
राज्यपाल ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से प्रकृति से जुड़ाव स्थापित कर जीवन को संतुलित बनाया जा सकता है। उन्होंने रासायनिक खेती को गंभीर बीमारियों का कारण बताते हुए प्राकृतिक खेती अपनाने पर बल दिया। उनके अनुसार स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आत्मा निवास करती है और यही जीवन के चार पुरुषार्थ, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति का आधार भी है। इस मौके पर गुजरात राज्य योग बोर्ड के चेयरमैन शिशुपाल सिंह ने कहा कि स्वदेशी, वेद और गोधन जैसे विषयों पर राज्यपाल का सतत मार्गदर्शन मिलता रहा है। मेयर प्रतिभा जैन ने प्राकृतिक कृषि को लेकर राज्यपाल के प्रयासों को किसानों के लिए वरदान बताया।
Published on:
09 Nov 2025 10:39 pm
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