Ahmedabad. गुजरात और अहमदाबाद शहर दोनों ही में हत्या जैसी जघन्य अपराध की वारदात बढ़ी है। गुजरात में जहां बीते दो सालों में इसमें इजाफा हुआ है वहीं अहमदाबाद शहर में लगातार तीन सालों से ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। हत्या की तीन सबसे बड़ी वजह में विवाद (छोटे-मोटे झगड़े), दुश्मनी और प्रेम प्रकरण होने की बात सामने आई है।
राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से हाल में जारी वर्ष 2023 के आपराधिक आंकड़ों की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं।रिपोर्ट के तहत गुजरात में वर्ष 2023 में हत्या के 968 मामले दर्ज हुए, जो वर्ष 2022 में 959 थे। 9 मामलों का इजाफा हुआ। अहमदाबाद शहर में वर्ष 2023 में हत्या के 109 मामले दर्ज किए, जो वर्ष 2022 में 100, जबकि 2021 में 97 ही थे। आंकड़े दर्शाते हैं कि राज्य और अहमदाबाद शहर दोनों में हत्या की घटना बढ़ रही हैं।
गुजरात की बात करें तो 2023 में दर्ज हत्या के 968 मामलों में से 51.23 फीसदी मामलों (496 केस) में मुख्य वजह विवाद थी। कुल मामलों में से 31 फीसदी यानि 302 मामलों में कारण छोटे-मोटे झगड़े थे। 97 मामलों में पारिवारिक विवाद तो , 60 मामलों में पैसों का विवाद और 30 मामलों में संपत्ति-जमीन विवाद कारण था। 15 फीसदी मामलों यानि 154 हत्या की वारदात प्रतिशोध, दुश्मनी के कारण हुईं। 144 हत्याओं के मामलों में प्रेम प्रकरण कारण था। अवैध संबंध के चलते 56 हत्याएं दर्ज हुईं। 67 हत्या में कारण अज्ञात थे।
एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि अहमदाबाद शहर में छोटे-मोटे झगड़ों में हत्या की घटनाएं गत वर्ष की तुलना में बढ़ी हैं। 2022 में शहर में छोटे मोटे झगड़ों में हत्या की 29 घटनाएं हुई थीं, वे 2023 में बढ़कर 54 हो गईं। 2022 में 100 हत्या की घटनाओं में से 29 में छोटे-मोटे झगड़े मुख्य कारण थे। 2023 में 109 हत्या की वारदात में से 49.54 फीसदी में छोटे-मोटे झगड़े मुख्य वजह बने। यानि इसमें 20.54 फीसदी का इजाफा हुआ। 2023 में शहर में दुश्मनी के चलते 24, प्रेम प्रकरण में हत्या के छह मामले दर्ज हुए।
वर्ष -हत्या
2021-1010
2022-959
2023-968
वर्ष -हत्या
2021-97
2022-100
2023-109
Published on:
07 Oct 2025 10:42 pm
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