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प्रेक्षाध्यान हमारे जीवन की प्रयोगशाला बने : संकलेचा

अहमदाबाद. प्रेक्षा वाहिनी शाहीबाग अहमदाबाद व तेरापंथ सेवा समाज के संयुक्त तत्वावधान में शाहीबाग स्थित तेरापंथ भवन में प्रेक्षाध्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया।जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण की शिष्या साध्वी सरस्वती के मंगल पाठ से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। प्रेक्षा प्रशिक्षक जवेरीलाल संकलेचा ने कहा कि प्रेक्षाध्यान प्रेक्षा प्रणेता आचार्य महाप्रज्ञ का मानव […]

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अहमदाबाद. प्रेक्षा वाहिनी शाहीबाग अहमदाबाद व तेरापंथ सेवा समाज के संयुक्त तत्वावधान में शाहीबाग स्थित तेरापंथ भवन में प्रेक्षाध्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण की शिष्या साध्वी सरस्वती के मंगल पाठ से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। प्रेक्षा प्रशिक्षक जवेरीलाल संकलेचा ने कहा कि प्रेक्षाध्यान प्रेक्षा प्रणेता आचार्य महाप्रज्ञ का मानव जाति के लिए महान अवदान है।
यह आधी - शारीरिक बीमारी, व्याधि - मानसिक बीमारी, उपाधि - भावनात्मक बीमारी से मुक्ति का सशक्त उपाय है। संकलेचा ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि प्रेक्षाध्यान हमारे जीवन की प्रयोगशाला बने। उन्होंने प्रेक्षाध्यान व कायोत्सर्ग का प्रयोग करवाया।
त्रिपदी वंदना व प्रेक्षा गीत सोहन भरसारिया ने प्रस्तुत किया। तेरापंथ सेवा समाज के प्रधान ट्रस्टी सज्जनराज सिंघवी ने बताया कि प्रेक्षाध्यान चित्त समाधि का उत्तम प्रयोग है। धनराज छाजेड़ ने दीर्घ श्वास के लिए सम्यक प्रयोग करवाए। तेरापंथ सेवा समाज के अघ्यक्ष नानालाल कोठारी के अलावा विमल बाफना, गौतम सजलानी और 15 साधक-साधिका ने भाग लिया।