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पुरानी द्वारका के अवशेषों की तलाश को सर्वे आरंभ

एएसआई की ओर से द्वारकाधीश मंदिर के पास शुरुआत, पहले समुद्र में डूबी प्राचीन द्वारका की तलाश के लिए हुआ था सर्वे जामनगर. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से देवभूमि द्वारका जिले में द्वारकाधीश मंदिर के पास जरूरी सर्वे की शुरुआत की।एएसआई की एक टीम ने गोमती नदी और शारदा मठ इलाके के बीच […]

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एएसआई की ओर से द्वारकाधीश मंदिर के पास शुरुआत, पहले समुद्र में डूबी प्राचीन द्वारका की तलाश के लिए हुआ था सर्वे

जामनगर. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से देवभूमि द्वारका जिले में द्वारकाधीश मंदिर के पास जरूरी सर्वे की शुरुआत की।
एएसआई की एक टीम ने गोमती नदी और शारदा मठ इलाके के बीच जगत मंदिर के स्वर्ग द्वार के पास खुदाई शुरू की।
माना जाता है कि करीब पांच हजार साल पुराने इस जगत मंदिर को प्रद्युम्न ने बनवाया था। पहले समुद्र में डूबी प्राचीन द्वारका की तलाश के लिए सर्वे किए किया गया था।
अब पुरानी द्वारका के दबे हुए अवशेषों की तलाश के लिए छप्पन सीढ़ी के पास खुदाई शुरू की गई। आगामी दिनों में अंडरवाटर आर्कियोलॉजी विंग भी समुद्र में अवशेषों की जांच करेगी।
विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने कहा कि द्वारका शहर का जितना ऐतिहासिक और पुरातात्विक है, उतना ही इसका धार्मिक महत्व भी है। 2005 से 2007 के बीच सीमित सर्वे का काम किया गया था। कुछ सर्वे के बाद, भारत सरकार ने अब एक खास प्रोजेक्ट के लिए दोबारा सर्वे शुरू कराया है।