Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

गणेश महोत्सव का हुआ आगाज, घर-घर में विघ्नहर्ता गजानन की पूजा-अर्चना की गई

घरों में स्थापना कर 10 दिन तक श्रद्धा भाव के साथ पूजा की जाएगी।

अलवर. गणेश चतुर्थी पर घर-घर में विघ्नहर्ता गजानन की पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान शोभायात्राओं का आयोजन कर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना के साथ गणेश महोत्सव का आगाज किया। गणेश भक्त दिनभर गजानन की भक्ति में लीन रहे।लक्ष्मणगढ़. कस्बे में गणेश चतुर्थी के पर्व पर बुधवार को गणेश नव युवक मण्डल, शिव डाक कावड़ सेवा समिति व गणेश आराध्य मण्डल की ओर से गाजे-बाजे के साथ गणेशजी की भव्य अलग-अलग शोभायात्रा निकाली गई। बाद में कस्बे में तीन जगहों पर गणेशजी की स्थापना के साथ गणेश महोत्सव के शुरुआत की। मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया।

सर्वप्रथम शिव डाक कावड़ सेवा समिति की ओर से शोभायात्रा क़िला रोड से प्रारंभ होकर मुख्य बाजार होती हुई कोठारी का कुआं पहुंच कर सम्पन्न हुई। यहां गणेशजी स्थापना की। दूसरी शोभा व कलश यात्रा गणेश नवयुवक मण्डल की ओर से बावड़ी के समीप से रवाना होकर कस्बे के मुख्य मार्गो से होते हुए निकाली। इसमें गणेशजी, शिव-अघोरी, शिव-पार्वती व राधा-कृष्ण की झांकी निकाली गई। गणेशजी की स्थापना पोस्ट ऑफिस के पीछे की गई। तीसरी शोभायात्रा गणेश आराध्य मण्डल के तत्वावधान में मुख्य बाजरा से प्रारंभ हुई, जो भगत सिंह चौराहा व पुरानी सब्जी मंडी होते हुए मुख्य बाजार पहुंच कर सम्पन्न हुई। जहां विधिवत पूजन व प्रसाद वितरण कर गणेशजी की स्थापना की गई। कस्बे के बस स्टैंड पर भाजयुमो मण्डल लक्ष्मणगढ़ की ओर से पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा के दौरान हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द देखने को मिला। मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने इकबाल खान के नेतृत्व में कस्बे रोनिजा रोड़ पर गणेश प्रतिमा व शोभायात्रा पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने साफा बंधन व माल्यापर्ण कर स्वागत किया। मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने गणपति बप्पा मोरिया के जमकर जयकारे लगाए। इस दौरान मोहम्मद रफीक, राहुल खान, साहुन खान, असलम खान, वाजिद खान, नावेद खान, शाहरुख खान, अकरम खान आदि मौजूद रहे।

71 हजार देसी घी के मोदकों का प्रसाद चढ़ाया

राजगढ़. कस्बे के रिद्धि-सिद्धि गणेश मन्दिर पर भराभर का मेला भरा। रिद्धि-सिद्धि विनायक गणेशजी महाराज ट्रस्ट अध्यक्ष बसंत गुप्ता व महन्त पण्डित त्रिलोक शर्मा ने बताया कि सुबह 4.15 बजे गणेशजी का भव्य श्रृंगार कर झांकी सजाई। दोपहर 12.15 बजे आरती की। गंगाबाग से देर शाम गणेशजी की प्रतिमा को भव्य रथ पर विराजित किया गया। बैण्ड-बाजों के साथ गणेशजी की भव्य शोभायात्रा एवं रिद्धि- सिद्धि गणेश, शिव-पार्वती, नरसिंह अवतार, लक्ष्मी-विष्णु, राधा-कृष्ण, राम दरबार, बाहुबली महाकाल भस्म आरती, कत्थक कली, राजस्थानी नृत्य, मोटू-पतलू, मार्सल आर्टस, वानर सेना, कच्छी घोड़ी सहित अन्य आकर्षक झांकियां शुरू होकर कस्बे के मुख्य मार्गाें से होते हुए गणेश पोल पहुंची। श्रद्धालु गणपति बाबा मोरिया के जयकारे एवं नृत्य करते चले। जगह-जगह आरती तथा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। गणेश पोल पहुंचते ही भराभर का मेला आयोजित हुआ। देर शाम गणेशजी की महाआरती कर 71 हजार देसी घी के मोदकों का प्रसाद चढ़ाकर श्रद्धालुओं को वितरित किया। 28 अगस्त से 5 सितम्बर तक नौ दिवसीय स्टेज व भण्डारा का कार्यक्रम गणेश पोल पर शाम 7 से 9 बजे तक किया जाएगा। 6 सितम्बर को अपराह्न 3.15 बजे गणेश मन्दिर से गणेश प्रतिमा की विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी जो झरना स्थल पहुंचेगी। जहां प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इसी के साथ गणेश महोत्सव का समापन हो जाएगा। कस्बे के भवानी सहाय चौक स्थित बड़ा गणपति मन्दिर पर करीब 251 किलो के मोदकों का प्रसाद चढ़ाकर श्रद्धालुओं को वितरित किया। महाआरती की।छप्पन भोग लगाया

खेरली. नगला माधोपुर स्थित मंशापूर्ण गणेश मंदिर पर रिद्धि-सिद्धि के दाता गजानन के छप्पन भोग लगाया। मंदिर का श्रृंगार किया। नौ दिन से चल रही रामकथा के समापन पर हवन व भंडारा किया। खेरली थाना अधिकारी धीरेंद्र गुर्जर एवं उप निरीक्षक राजेश चौधरी पुलिस जाप्ता के मौजूद रहे। कस्बा समीप एकमात्र प्रसिद्ध मंदिर मंशापूर्ण गणेश मंदिर पर 25वां मेला भरा। मंदिर की स्थापना 28 नवंबर 2003 को हुई थी। तभी से निरंतर गणेश चतुर्थी को मेला लगता है।

भंडारे में प्रसाद वितरितनौगांवा. कस्बे के गणेश मार्केट स्थित गणेश मंदिर परिसर में गणेश चतुर्थी पर भंडारे का आयोजन किया।इस अवसर पर गणेश मार्केट की स्वैच्छा से सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। पंडित जगदीश तिवाड़ी ने बताया कि भंडारे में प्रसाद वितरित किया। गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगाए गए।

तीन दिवसीय पूजन-पाठ का समापनप्रतापगढ़. कस्बे के पई दरवाजे वाले गणेशजी मंदिर में सुबह से देर शाम तक भक्तों ने गणेश के मोदक का भोग लगाकर सुख-समृद्धि की कामना की। शाम को महाआरती के साथ तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ। विराटनगर गणेशगिरी मंदिर से आए 200 पदयात्रियों ने सुबह आठ बजे गणेश का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक किया। शाम सवा सात बजे महाआरती के बाद तीन दिवसीय पूजन-पाठ का समापन किया।

गणेश प्रतिमा की स्थापनाअकबरपुर. कस्बे के मंदिरों व घरों में गणेशजी की विधिवत स्थापना की गई। 11 दिन के लिए स्थापित किया। अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमा का रूपारेल नदी नटनी का बारा में झांकिय़ों के साथ विसर्जन किया जाएगा। राधा कृष्ण मंदिर लोहाटी मोहल्ले में पूजा-अर्चना की गई। गणेशजी की स्थापना कर विघ्नहर्ता के जयकारे लगाए और आरती की गई। महिलाओं ने मंगल गीत गाए। मंदिर में स्थापित की गई प्रतिमा की रोजाना पूजा अर्चना होगी। कीर्तन किया जाएगा। जल झूलनी एकादशी पर विशेष कार्यक्रम होगा।सकट. कस्बे में गणेश चतुर्थी पर चौथ माता मंदिर में विराजित गणेश प्रतिमा की झांकी सजाई। घर-घर में पकवान बनाए। गणेशजी की पूजा कर सुख-समृदि्ध की कामना की।

108 किलो मोदकों का लगाया भोग

कठूमर. मुख्य बाजार स्थित गणेश मंदिर पर दिनभर धार्मिक कार्यक्रम किए। मथुरा से फूल मंगवा कर फूल बंगला झांकी सजाई गई। 108 किलो मोदक का विघ्नहर्ता को भोग लगाया। घरों में भी गणेश जी की स्थापना की गई। गणेश मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। शाम को महाआरती, प्रसाद वितरण व भजन संध्या का आयोजन किया।

मालाखेड़ा. कस्बा स्थित बस स्टैंड के पास गणेशजी की मूर्ति की स्थापना हुई। गणेश मित्र मंडल सदस्यों ने बताया कि 5 सितम्बर को महाआरती होगी और महोत्सव का समापन 6 सितंबर को नटनी का बारा में विसर्जन के साथ होगा। रोजाना गणेशजी की आरती की जाएगी। पंचायत समिति मालाखेड़ा में गणेशजी की मूर्ति की स्थापना की गई।

थानागाजी. पिपलाई के मोती डूंगरी वाले गणेशजी के मन्दिर परिसर में मेले का आयोजन हुआ। मेला प्रबन्धक प्रतापदास, लखनदास ने बताया क़ि सुबह 9 बजे गणेशजी के मोदक झांकी सजाई। 10 बजे हवन, दोपहर 12 बजे भोग लगा प्रसादी वितरीत की। मेले के दौरान अनेक जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की। मोरड़ी, कालापारा, पिपलाई सहित कई क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंचे।

पिनान. घर-घर में भक्तों ने गणपति बप्पा को विराजित कर गणेश उत्सव मनाया। गणेश चतुर्थी के दिन भक्तों ने मिट्टी के गणेशजी बनाकर सजाया। घरों में स्थापना कर 10 दिन तक श्रद्धा भाव के साथ पूजा की जाएगी।