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एक ही रात अलग-अलग दुर्घटना में 2 भाइयों की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, जानें कैसे हुआ हादसा?

Road Accident: गांधीनगर थाना क्षेत्र बनारस मार्ग पर स्थित चठिरमा पेट्रोल पंप के पास सोमवार की रात तेज रफ्तार बाइक सवार सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे जा टकराया।

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Road accident

Road accident (Representational Photo)

Road Accident: गांधीनगर थाना क्षेत्र बनारस मार्ग पर स्थित चठिरमा पेट्रोल पंप के पास सोमवार की रात तेज रफ्तार बाइक सवार सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे जा टकराया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि युवक की मौत मौके पर ही हो गई। इस परिवार पर दुखों का पहाड़ यहीं टूटकर नहीं थमा, हादसे की जानकारी मिलने पर मृतक का छोटा भाई ग्राम केवरी स्थित अपने घर से स्कूटी से अंबिकापुर आ रहा था। तभी रास्ते में कार से टक्कर हो गई। दुर्घटना में वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया।

यहां चिकित्सकों ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए रायपुर रेफर कर दिया। लेकिन समय पर शासकीय व निजी एंबुलेंस न मिलने पर परिजन युवक को लेकर चक्कर लगाते रहे। 6 घंटे बाद जब निजी एंबुलेंस मिली तो बिलासपुर पहुंचते ही युवक की मौत हो गई। एक ही दिन में सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की मौत से परिजन सदमे में है।

मौके पर ही युवक की मौत

जानकारी के अनुसार योगेन्द्र पैकरा पिता स्व. अमरेश सिंह पैकरा उम्र 33 वर्ष लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम केवरी का रहने वाला था। वह जयनगर लटोरी में रहकर काम करता था। सोमवार की रात को बाइक से घर जाने के लिए निकला था। रात करीब 9.30 बजे चठिरमा पेट्रोल पंप के पास पहुंचा ही था कि सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे बाइक जा टकराई। भिड़ंत इतनी तेज थी कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची गांधीनगर पुलिस ने शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया और हादसे की जानकारी परिजन को दी।

‘न्यूरो सर्जन की आवश्यकता अधिक’

अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या ने कहा कि यह घटना मेरे संज्ञान में नहीं आई है। रही बात एंबुलेंस की तो एंबुलेंस उपलब्ध कराना संजीवनी 108 का काम है। शासन ने 108 की व्यवस्था बना रखी है। इसके बावजूद अस्पताल का भी एंबुलेंस मरीजों के हित में लगा रहता है। उन्होंने कहा कि गंभीर मरीज को रायपुर ले जाना किसी चुनौती से कम नहीं है। न्यूरो सर्जन की काफी ज्यादा आवश्यकता है। ताकि गंभीर मरीजों की तुरंत सर्जरी हो सके।

एंबुलेंस के लिए करनी पड़ी मशक्कत

गंभीर रूप से घायल युवक तुसन को मेडिकल कॉलेज अस्पताल से रायपुर रेफर किए जाने पर परिजन ने एंबुलेंस के लिए काफी मशक्कत की पर समय पर न मेडिकल कॉलेज अस्पताल से और न निजी निजी एंबुलेंस मिला। क्योंकि उसे वेंटिलेटरयुक्त एंबुलेंस की आवश्यकता थी। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास मात्र 1 वेंटिलेटरयुक्त एंबुलेंस है, जो उपलब्ध नहीं थी। वहीं परिजन निजी एंबुलेंस भी तलाशते रह गए। समय पर वेंटिलेटरयुक्त एंबुलेंस मिल जाती तो युवक की जान बच सकती थी।

रायपुर ले जाते रास्ते में छोटे भाई ने तोड़ा दम

बड़े भाई की मौत की जानकारी मिलने पर छोटा भाई तुसन पैकरा उम्र 23 वर्ष ग्राम केवरी से स्कूटी से अंबिकापुर आ रहा था। तभी रास्ते में कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी। दुर्घटना में तुसन गंभीर रूप से जमी हो गया। उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए रायपुर रेफर कर दिया। परिजन निजी एंबुलेंस से सुबह करीब 5 बजे रायपुर के लिए निकले पर बिलासपुर पहुंचते ही युवक ने दम तोड़ दिया।