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UP Flood: पहाड़ों पर मूसलधार बारिश का असर, गंगा में उफान, तिगरी घाट पानी में समाया, गांवों में अलर्ट

UP Flood News: यूपी के अमरोहा में गंगा नदी उफान पर है। भारी बारिश और बिजनौर बैराज से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी से तिगरी घाट डूब गया है। गंगा किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ा, प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।

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UP Flood: पहाड़ों पर मूसलधार बारिश का असर | Image Source - Social Media

UP flood ganga river alert tigri ghat submerged heavy rain: उत्तराखंड और पहाड़ी इलाकों में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब अमरोहा जिले में भी दिखने लगा है। गंगा नदी अपने उफान पर है और पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को तिगरी गंगा घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया। घाट पर लगी अस्थायी दुकानें, पुरोहितों की झोपड़ियां और पूजा सामग्री की दुकानें पानी में बह गईं या डूब गईं।

बिजनौर बैराज से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी

बिजनौर बैराज से बुधवार को 2,26,599 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे गंगा का जलस्तर और तेजी से बढ़ा। आज गंगा का गेज 200.70 मीटर दर्ज किया गया, जो सामान्य स्तर से काफी ऊपर है। केवल 24 घंटे में पानी के स्तर में 40 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है। प्रशासन ने गंगा किनारे बसे सभी गांवों में अलर्ट जारी कर ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

मंडी धनौरा और हसनपुर में बाढ़ जैसे हालात

लगातार बारिश और गंगा के तेज बहाव ने मंडी धनौरा और हसनपुर तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। खेतों में गंगा का पानी भर गया है, जिससे खरीफ फसलों को भारी नुकसान पहुंचने का खतरा है।

गंगा के लगातार कटान से कई गांव खतरे के दायरे में आ गए हैं। हसनपुर के गंगानगर और धनौरा के बिशावली, शाहजहांपुर, मुकरामपुर और शीशोंवाली गांव के नजदीक गंगा का पानी पहुंच गया है। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और फसलें बर्बादी की कगार पर हैं।

बादल फटने से खतरा और बढ़ा

यदि पानी का स्तर ऐसे ही बढ़ता रहा, तो गंगा किनारे बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना पड़ सकता है। स्थिति और गंभीर हो सकती है क्योंकि उत्तराखंड के धराली में हाल ही में बादल फटने की घटना हुई है। हालांकि वहां का पानी अमरोहा तक पहुंचने में 2–3 दिन का समय लग सकता है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे जलस्तर में और बढ़ोतरी तय है।