Car Delivery Checklist (Image Source: Freepik)
Car Delivery Checklist: अगर आप भी इस फेस्टिव सीजन में नई कार खरीदने जा रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके काम का है। दरअसल कंपनियां इस समय अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के ऑफर्स और डिस्काउंट्स की पेशकश कर रही हैं। ऐसे में कार लेना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। अक्सर लोग गाड़ी लेने की खुशी में छोटी-छोटी चीजों को दरकिनार कर देते हैं, जो आगे चलकर बड़ी परेशानी बन सकती है।
इसलिए कार की डिलीवरी से पहले प्री-डिलीवरी जांच (Pre-Delivery Inspection) यानी गाड़ी लेने से पहले जांच करना बेहद जरूरी है। यहां आपको वो जरूरी बातें बताएंगे, जिन्हे आपको ध्यान में रखना ही चाहिए।
डिलीवरी के समय सबसे पहले कार की बाहरी बॉडी को ध्यान से देखें। किसी भी हिस्से में खरोंच, डेंट या पेंट की गड़बड़ी तो नहीं है, यह जरूर चेक करें। यह निरीक्षण दिन की रोशनी या तेज लाइट में करें ताकि छोटी से छोटी खामी भी नजर आ सके। अगर किसी हिस्से का रंग बाकी बॉडी से थोड़ा अलग दिखे तो इसका मतलब है कि वहां पहले टच-अप किया गया हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डीलर को बताएं।
इंजन कार का सबसे अहम हिस्सा है इसलिए इसकी जांच सबसे ध्यान से करें। बोनट खोलकर इंजन ऑयल, कूलेंट और ब्रेक फ्लूड का लेवल चेक करें। यह भी देखें कि कहीं से कोई लीक तो नहीं हो रहा। इंजन का लुक बिल्कुल साफ और नया होना चाहिए। वेल्डिंग जोड़ों पर नजर डालें अगर किसी हिस्से पर असमानता लगे तो तुरंत उसकी शिकायत करें।
कार की बैटरी सभी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को चलाती है। चेक करें कि बैटरी के टर्मिनल्स पर जंग तो नहीं है या कहीं ढीलापन तो नहीं? बैटरी पूरी तरह चार्ज और सही स्थिति में होनी चाहिए ताकि सभी फीचर्स, जैसे पावर विंडो, हेडलाइट्स और इंफोटेनमेंट सिस्टम, ठीक से काम करें।
कार में मौजूद सभी इलेक्ट्रॉनिक फीचर्स जैसे हेडलाइट, इंडिकेटर, वाइपर, हॉर्न और इंफोटेनमेंट सिस्टम को एक-एक करके चालू करें। सुनिश्चित करें कि सब कुछ सही तरीके से काम कर रहा है। अगर किसी स्विच या बटन में खराबी लगे, तो उसी वक्त डीलर को सूचित करें।
कार का एसी और हीटर दोनों ही चलाकर देखें। अगर कोई अजीब आवाज या बदबू आती है तो यह वेंटिलेशन या फिल्टर की समस्या हो सकती है। सुनिश्चित करें कि ठंडी और गर्म हवा दोनों मोड ठीक से काम कर रहे हैं।
अक्सर डीलरशिप्स बहुत कम फ्यूल के साथ कार देती हैं। इसलिए यह चेक करें कि गाड़ी में इतना पेट्रोल या डीजल है कि आप आसानी से नजदीकी पेट्रोल पंप तक पहुंच सकें।
कार के अंदरूनी हिस्से को ध्यान से देखें। सीटों, डैशबोर्ड और डोर पैनल पर कहीं कट, दाग या खरोंच तो नहीं है। सभी बटन, हैंडल और लीवर सही स्थिति में हों और ठीक से काम करें। सीट बेल्ट खींचकर देखें कि वे नई और सही हालत में हैं। साथ ही, जो इंटीरियर डिजाइन या अपहोल्स्ट्री डीलर ने वादा की थी वो वैसी ही मिली या नहीं, यह जरूर देखें।
सभी टायर, यहां तक कि स्पेयर टायर की भी जांच करें। टायर पूरी तरह नए और ठीक से फुले हुए हों। अगर किसी टायर में घिसावट या पुराना लुक दिखे, तो संभव है कि गाड़ी लंबे समय तक स्टॉक में रही हो।
कार से जुड़े सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स चेक करना बेहद जरूरी है। इनमें ओनर मैन्युअल, वारंटी कार्ड, इंश्योरेंस पेपर्स, और वाहन का VIN नंबर तथा इंजन नंबर शामिल हैं। VIN और इंजन नंबर को अपने इनवॉइस और RC डिटेल्स से मिलाएं। अगर किसी भी नंबर में अंतर हो, तो तुरंत बताएं।
अंत में, कार के साथ दिए जाने वाले सभी एक्सेसरीज की जांच करें। इनमें स्पेयर व्हील, जैक, टूलकिट, फर्स्ट एड किट, और डुप्लीकेट चाबी शामिल हैं। डीलर द्वारा वादा की गई सभी एक्सेसरीज आपको दी गई हैं या नहीं, यह सुनिश्चित करें।
Published on:
18 Oct 2025 04:01 pm
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