Agneepath Scheme UP Rally: अयोध्या के डोगरा रेजिमेंटल ग्राउंड में चल रही अग्निवीर भर्ती रैली के सातवें दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर और महाराजगंज जिलों के युवाओं ने अपनी ताकत और संकल्प का प्रदर्शन किया। सेना भर्ती कार्यालय (एआरओ) अमेठी द्वारा आयोजित इस भर्ती में अग्निवीर जनरल ड्यूटी (जीडी) श्रेणी के लिए कुल 1229 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिनमें से 1075 अभ्यर्थियों ने मैदान में उपस्थित होकर चयन प्रक्रिया में हिस्सा लिया। यह उपस्थिति 87.47 प्रतिशत रही, जो इस स्तर की भर्ती रैली के लिए उल्लेखनीय मानी जा रही है।
सुबह होते ही डोगरा रेजिमेंटल ग्राउंड में युवाओं का उत्साह देखने लायक था। उम्मीदवार निर्धारित समय से पहले ही स्थल पर पहुंच गए थे। मैदान में पहुंचते ही उन्हें निर्धारित कतारों में खड़ा किया गया और उनकी पहचान पत्रों तथा प्रवेश पास की जांच की गई। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत हुई।
अग्निवीर भर्ती का सबसे अहम हिस्सा है शारीरिक फिटनेस परीक्षण (PFT), जो उम्मीदवार की शारीरिक क्षमता और सहनशक्ति को परखता है। इस चरण में उम्मीदवारों को चार प्रमुख परीक्षणों से गुजरना पड़ा।
शारीरिक फिटनेस पास करने वाले अभ्यर्थियों का अगला चरण था फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट (PMT), जिसमें उनकी लंबाई, वजन और सीना नाप कर निर्धारित मानकों के अनुरूप जांच की गई। इसके बाद दस्तावेज सत्यापन हुआ, जिसमें जन्म प्रमाण पत्र, शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक कागजात की बारीकी से जांच की गई।
भर्ती अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी है। किसी भी तरह की अनुचित सिफारिश, रिश्वत या दलाल के माध्यम से चयन संभव नहीं है। उम्मीदवारों को सख्त चेतावनी दी गई कि वे किसी भी व्यक्ति के बहकावे में न आएं और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत सेना भर्ती कार्यालय को सूचित करें।
11 अगस्त को अंबेडकर नगर और महाराजगंज के अभ्यर्थियों के साथ संपन्न हुई भर्ती के बाद, अब 12 अगस्त 2025 को संत कबीर नगर और कुशीनगर जिलों के उम्मीदवार अग्निवीर जीडी श्रेणी के लिए अपनी क्षमता दिखाएंगे। इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश पहले ही संबंधित जिलों के माध्यम से जारी कर दिए गए हैं।
अग्निवीर योजना भारतीय सशस्त्र बलों में युवाओं को अल्पकालिक सेवा का अवसर प्रदान करती है। इस योजना के तहत चुने गए उम्मीदवार चार वर्षों तक सेवा करेंगे, जिसमें उन्हें उत्कृष्ट वेतन, भत्ते और प्रशिक्षण मिलेगा। सेवा समाप्ति के बाद एकमुश्त आर्थिक पैकेज (Seva Nidhi) और कौशल प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। यह योजना युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देती है।
भर्ती स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रवेश द्वार से लेकर परीक्षण मैदान तक हर जगह सेना और पुलिसकर्मी तैनात थे। भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की गई थी और सभी प्रतिभागियों को निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य था।
महाराजगंज से आए अभ्यर्थी रवि कुमार ने कहा, "बचपन से सेना में जाने का सपना था। आज पहली बार मैदान में अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिला।"अंबेडकरनगर की ओर से आए शिवम सिंह ने बताया, "दौड़ और चिन-अप्स में काफी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन यहां का माहौल बेहद प्रेरणादायक है।"
भर्ती अधिकारियों ने कहा कि अभ्यर्थियों को न केवल शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होना आवश्यक है। सेना में चयन के लिए सत्यनिष्ठा, अनुशासन और परिश्रम अनिवार्य है। उम्मीदवारों को भर्ती से पहले ही पर्याप्त अभ्यास और संतुलित आहार लेने की सलाह दी गई।
Updated on:
12 Aug 2025 08:34 am
Published on:
12 Aug 2025 08:31 am