
फाइल फोटो पत्रिका
अयोध्या से चित्रकूट के बीच यात्रियों को जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस का तोहफा मिल सकता है। रेलवे बोर्ड ने इस रूट पर ट्रेन चलाने की संभावनाओं का अध्ययन शुरू कर दिया है और उत्तर रेलवे से विस्तृत फीजिबिलिटी रिपोर्ट मांगी है। माना जा रहा है कि सारी तैयारी तय समय पर हुई। तो जनवरी से यह ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी। इससे भगवान श्रीराम से जुड़े धार्मिक स्थलों तक पहुंचना यात्रियों के लिए काफी आसान और तेज हो जाएगा।
भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के साथ धार्मिक पर्यटन को भी मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहा है। इसी कड़ी में श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रमुख धामों को वंदे भारत एक्सप्रेस के नेटवर्क से जोड़ने की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। आईआरसीटीसी पहले ही ‘रामायण यात्रा’ जैसी विशेष सेवा शुरू कर चुका है, जो श्रद्धालुओं को कई महत्वपूर्ण स्थानों तक ले जा रही है।
इसी बीच उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर अयोध्या से चित्रकूट धाम तक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग रखी थी। उनके आग्रह पर रेलवे बोर्ड ने प्रस्ताव पर कार्रवाई शुरू करते हुए उत्तर रेलवे को फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दे दिया है। रिपोर्ट में ट्रेन का रूट, स्टेशन, संचालन क्षमता और संभावित समय सारिणी जैसी जानकारी शामिल होगी।
प्रस्तावित रूट अयोध्या से लखनऊ, उन्नाव, कानपुर और हमीरपुर के रास्ते चित्रकूट तक रहेगा। लखनऊ मंडल प्रशासन इस महीने के अंत तक पूरी योजना को अंतिम रूप देने की तैयारी में है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार जनवरी में उत्तर रेलवे को नई वंदे भारत मिल जाएगी। जिसके बाद ट्रेन का संचालन शुरू करने में कोई बाधा नहीं रहेगी।
सांसद साक्षी महाराज इससे पहले भी उन्नाव स्टेशन पर लखनऊ–नई दिल्ली शताब्दी और पटना–कोटा एक्सप्रेस के ठहराव की मांग कर चुके हैं। जिसे रेलवे ने स्वीकृति दे दी थी। अब वंदे भारत के शुरू होने से क्षेत्र के यात्रियों को तेज, आरामदायक और आधुनिक रेल सेवा मिलेगी।
Published on:
14 Nov 2025 11:11 am
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