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दूदू में जेजेएम भ्रष्टचार के बाद मिला नया गड़बड़झाला

जलदाय विभाग के टेंडरों में मिली अनियमितताएं

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बगरू

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Kashyap Avasthi

May 17, 2025

जलदाय विभाग के टेंडरों में मिली अनियमितताएं

जलदाय विभाग के टेंडरों में मिली अनियमितताएं

दूदू. जल जीवन मिशन में जहां दूदू का नाम पहले भी चर्चाओं में रहा है। वहीं अब फिर से जलदाय विभाग के टेंडरों में गड़बड़झाला सामने आया है। जयपुर से जांच के लिए आई टीम को टेंडरों में गंभीर अनियमितताएं मिली हैं। जिससे यह साफ हो गया है कि जलदाय विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें गहराई तक हैं।
दूदू उपखंड मुख्यालय स्थित जलदाय विभाग में लंबे समय से गलत तरीके से लगाई जा रही निविदाओं को लेकर लगातार शिकायतों के बाद अतिरिक्त मुख्य अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जयपुर ने मामले को गंभीरता से लिया। शिकायतों की पुष्टि एवं तथ्यों की गहन जांच के लिए शुक्रवार को अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय जयपुर का गठित एक विशेष जांच दल अधिशाषी अभियंता देवेन्द्र सिंह जेठू व राजेन्द्र मीणा के नेतृत्व में पांच सदस्यों के साथ दूदू पहुंचा।
टीम ने जलदाय विभाग दूदू के अधिशाषी अभियंता जितेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा हाल ही में जारी की गई सभी निविदाओं, विभागीय रिकॉर्ड तथा स्टोर का निरीक्षण किया। निविदा-69 व 70 में हैंडपम्प मरम्मत कार्य में अधिशाषी अभियंता द्वारा फर्म से मिलीभगत कर सिंगल टेंडर आने के बाद टेंडर निरस्त नहीं करते हुए फर्म श्रीनाथ एन्टरप्राइजेज रामचन्द्रपुरा फागी को उपखण्ड फागी में 15 लाख व अनुभाग दूदू प्रथम में 10 लाख के कार्यादेश जारी कर दिए गए जबकि सिंगल टेंडर आने पर नियमानुसार पुन: टेंडर निकाला जाना चाहिए। पूर्व में जहां हैंडपम्प मरम्मत की दरें 50 प्रतिशत कम आती थी। इस बार सिंगल टेंडर आने से फर्म से नेगोशिएशन कर मात्र 5 प्रतिशत कम दर पर फर्म श्रीनाथ एन्टरप्राइजेज फागी को 25 लाख के कार्य आदेश जारी कर दिए गए।
जांच में हैंडपंप मरम्मत, प्लेटफार्म निर्माण एवं मरम्मत, लोरिंग- अनलोरिंग कार्यों तथा स्टोर सामग्री आपूर्ति से जुड़ी निविदाओं में भारी अनियमितताएं पाई गईं। दस्तावेजों में अपारदर्शिता, प्रक्रियाओं की अनदेखी और संभावित वित्तीय गड़बड़ी सामने आई है। अधिशाषी अभियंता द्वारा निर्धारित सीमा से काफी अधिक मात्रा में निविदाएं लगाने का मामला भी पाया गया। जांच दल द्वारा स्टाॅक रजिस्टर मांगे जो कार्यालय में नहीं मिले।
स्टोर कीपर विनोद कुमार टांक से पूछताछ करने पर स्टाक रजिस्टर घर पर होना स्वीकार किया। जांच टीम ने सभी स्टाक रजिस्टर अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय जयपुर पर पहुंचाने के निर्देश दिए।
दोषियों पर गिरेगी गाज
जांच दल में शामिल अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर विभागीय मुख्यालय को भेजी जा रही है, जिस आधार पर आगे की अनुशासनात्मक एवं विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जांच टीम ने बताया गया कि जलदाय विभाग जनता की बुनियादी आवश्यकताओं से जुड़ा विभाग है। इस प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।