जयपुर. सेज थाना इलाके के भंभोरिया गांव में शनिवार दोपहर दो किशाेरों की गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। दोनों बालक बकरियां चराने जंगल में गए थे तभी गड्ढे में नहाने उतर गए और गहरे पानी में चले गए। जहां डूबने से दोनों की मौत हो गई। उधर, घटना के बाद दोनों परिवारों में कोहराम मच गया।
जानकारी के मुताबिक महिन्द्रा सेज के पास मजदूर झुग्गियां बनाकर रह रहे हैं। नट बाबा मंदिर के पास दिलखुश व विक्रम अपने एक दोस्त के साथ बकरियां चराने जंगल में जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में गड्ढे में पानी भरा देख तीनों किशोरों ने बकरियों को पानी पीने के लिए छोड़ दिया और खुद नहाने के लिए उतर गए। गहराई का अंदाजा नहीं होने से दोनों डूब गए। दोनों बच्चे रिश्ते में मामा-बुआ के बेटे थे। तीसरा बच्चा दिलखुश व विक्रम को डूबता देख बाहर निकला और घटना की सूचना परिजनों को दी।
जब परिजन मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से दोनों बच्चों को अचेत हालत में बाहर निकाला। सूचना मिलते ही सेज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें बगरू उपजिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने दिलखुश (13) पुत्र हनुमान नायक मूल निवासी सिराणी और विक्रम (13) पुत्र बनराज नायक मूल निवासी भीलवाड़ा को मृत घोषित कर दिया। दोनों बालक भंभोरिया गांव के बाहर झुग्गी बस्ती में परिवारों के साथ रहते थे। परिवार के लोग आसपास के इलाके में मजदूरी करते हैं। एसीपी बगरू हेमेंद्र शर्मा और सेज थानाधिकारी उदयसिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिए। शव घर पहुंचते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया।
मिट्टी खनने से हुए गहरे गड्ढे
ग्रामीणों ने बताया कि मिट्टी खनन करने से बस्ती के पास जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश के बाद गड्ढों में करीब दस फीट पानी भर गया था। तीनों बच्चे जब नहाने उतरे तो गहरे पानी में चले गए और उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यहां से कुछ मिट्टी का खनन सड़क निर्माण के नाम पर किया गया तो कुछ जगहों पर अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर गहरे-गहरे गड्ढे कर दिए गए।
Published on:
29 Jun 2025 06:12 pm