Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मजदूर की मौत पर भडक़ा जनाक्रोश, सडक़ पर शव रखकर देर रात तक किया प्रदर्शन

मृतक के परिजनों को एचसीएल से मुआवजा दिलाने की मांग बस पलटने से 22 मजदूर हुए थे घायल, एक की इलाज के दौरान हुई है मौत

2 min read
Google source verification
मृतक के परिजनों को एचसीएल से मुआवजा दिलाने की मांग

मृतक के परिजनों को एचसीएल से मुआवजा दिलाने की मांग

ताम्र परियोजना मलाजखंड में 11 नवंबर को हुए बस हादसे में करीब 22 मजदूर घायल हो गए थे। इनमें से गंभीर रूप से घायल मजदूर मंगलेश पिता कन्हैया यादव (38) ग्राम भीड़ी परसवाड़ा की उपचार के दौरान बुधवार को रायपुर के अस्पताल में मौत हो गई है। मृतक के परिजन, नाते रिश्तेदार व ग्रामीणों ने रायपुर से शव आने के पूर्व ही शाम से ताम्र परियोजना के मुख्य गेट के सामने एकजुट हो गए थे। शव पहुंचने पर एचसीएल के सामने शव रखकर गुरूवार की प्रात: करीब साढ़े तीन बजे तक प्रदर्शन किया गया। सभी ने मुआवजा राशि की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया गया।
इधर, प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही बैहर विधायक संजय उइके भी मौके पर पहुंचे थे। जिन्होंने परिजनों व प्रदर्शनकारियों से चर्चा कर ताम्र परियोजना में काम कर रही एसएमएस कंपनी के पदाधिकारियों से बातचीत करने की बात कही। इस पूरे प्रदर्शन के दौरान मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ जाने वाला मार्ग बाधित रहा।

12 सूत्रीय मांगों पद प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि मंगलेश यादव अपने घर में कमाने वाला एक ही था। अब घर में उसकी पत्नी और एक छोटा पुत्र है। ऐसे में उन्हें जीविका चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए मृतक के परिजनों को पालन पोषण के लिए दो करोड़ की सहायता राशि प्रदान की जाए। मृतक की पत्नी को दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में स्वास्थ्य केंद्र मलाजखंड में कार्य पर रखने का प्रावधान लिखित में दें। बच्चे की शिक्षा का प्रबंधन आजीवन हो। पूरे परिजनों को नि:शुल्क इलाज मिलता रहे सहित 12 सूत्रीय मांगें शामिल है।

आश्वासन पर माने ग्रामीण

मौके पर पहुंचे विधायक संजय उइके और प्रशासनिक अधिकारियों ने संबंधित कंपनी के अधिकारियों से चर्चा के बाद नियमानुसार मुआवजा सहित अन्य मांगों को शीघ्र पूरा किए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद कहीं जाकर परिजन माने और धरना प्रदर्शन को विराम दिया गया।

ऐसे हुई थी घटना

एसएमएस कंपनी की एक बस मजदूरों को ताम्र खदान के अंडर ग्राउंड क्षेत्र में ले जा रही थीं। इसी दौरान साउथ ब्लाक में बस का ब्रेक फेल होने के कारण वह कई मीटर तक घिसटती चली गई। जिससे कई मजदूर घायल हो गए थे। इनमें से मंगलेश यादव को गंभीर चोटें आई थी। इसके बाद उसे इलाज के लिए छत्तीसगढ़ के रायपुर भेजा गया था। मलाजखंड थाना प्रभारी नरेंद्र यादव ने बताया कि मंगलेश यादव के शव को रायपुर से मलाजखंड लाने के बाद परिजनों ने प्रदर्शन किया था। जिन्हें समझाईश देकर धरना आंदोलन समाप्त करवाया गया। इस मामले में पहले ही एफआइआर दर्ज की जा चुकी है। मजदूर की मौत के बाद अब एफआइआर में संबंधित धाराओं को बढ़ाया जाएगा।


बड़ी खबरें

View All

बालाघाट

मध्य प्रदेश न्यूज़

ट्रेंडिंग