क्षेत्र का अमोली से समनापुर मार्ग इन दिनों अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। 400 मीटर का यह मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। सडक़ गड्ढों में गुम हो गई है। बताया गया कि इस मार्ग से संबंधित विभाग के जिम्मेदार भी आवागमन करते है। लेकिन शायद इन्होंने अपनी आंखो पर पट्टी बांध रखी है, तभी तो मार्ग की दुर्दशा इन्हें दिखाई नहीं दे रहे हैं। खामियाजा स्कूली बच्चों और क्षेत्रीय राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।
स्थानीयजनों के अनुसार अमोली समनापुर की सडक़ बारिश के कारण पूरी तरह से बह गई है। कुछ जगह को छोड़ दें तो पूरी जगह से डामर गायब हो चुका है, नुकीले पत्थर बाहर आ गए हैं। व्यस्तम मार्ग होने से रोजाना वाहन यहां से गुजरते हैं। सडक़ में बड़े और गहरे गड्ढे हो गए हैं, इनमें बारिश का पानी भर गया है। पानी भर जाने से गड्ढों की गहराई चालकों को समझ नहीं आती है। वाहन गुजरने पर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। चालकों को जान हाथेली पर रखकर इस मार्ग से मजबूरन आवागमन करना पड़ रहा है।
राहगीरों के अनुसार बढ़ते आक्रोश को देखते हुए कुछ समय पूर्व ही बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने वैकल्पिक व्यवस्था बनाते हुए इस मार्ग पर चिल्ली डलवाई थीं, जो बारिश होने पर बह गई है। मार्ग में फिर बड़े व जानलेवा गड्ढे नजर आने लगे हैं। वाहन गुजरने पर सडक़ के गड्ढों पर भरा पानी उछलकर राहगीरों और स्कूली बच्चों के उपर आता है। कपड़े भी खराब हो जाते हैं। बच्चे भी रोजाना काफी परेशान होते हैं। सभी ने बारिश तक वैकल्पिक व्यवस्था और पक्की सडक़ का निर्माण किए जाने की मांग की है।
वर्सन
सडक़ की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। एमपीआरडीसी के कर्मचारी भी इस मार्ग से आवागमन करते हैं। लेकिन उन्हें दुर्दशा दिखाई नहीं देती है। सुधार होना चाहिए।
फातिमा कुरैशी, ग्रामीण
पिछले दिनों विधायक ने समस्या का संज्ञान लिया था। चिल्ली भी डलवाई गई थी। लेकिन लगातार बारिश से चिल्ली पूरी तरह से गायब हो गई है। वैकल्पिक व्यवस्था का कोई औचित्य नजर नहीं आता है।
इमरान कुरैशी, ग्रामीण
सडक़ की समस्या जो यहां से गुजरते हैं वे ही समझ सकते हैं। विधायक महोदया से विनम्र निवेदन है कि वे इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देकर क्षेत्र वासियों की समस्या हल करवाएं।
मनोज यादव, जागरूक युवा
Published on:
07 Aug 2025 12:28 pm