Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Drinking Water Crisis : मोटर पंप को सुधारने रायपुर से इंजीनियरों की टीम देर से पहुंची, दूसरे दिन भी नहीं खुले नल

नगर पालिका शहर में चार टैंकरों के भरोसे पानी सप्लाई कर रही थी, जो पर्याप्त नहीं है। हालांकि कई लोगों ने निजी बोर से पानी की व्यवस्था की थी। शहर में बिगड़ी पेयजल व्यवस्था को लेकर नगर पालिका की सामान्य सभा की बैठक में विपक्षी पार्षदों ने जमकर विरोध किया और व्यवस्था जल्द सुधारने की मांग की।

2 min read
नगर पालिका शहर में चार टैंकरों के भरोसे पानी सप्लाई कर रही थी, जो पर्याप्त नहीं है। हालांकि कई लोगों ने निजी बोर से पानी की व्यवस्था की थी। शहर में बिगड़ी पेयजल व्यवस्था को लेकर नगर पालिका की सामान्य सभा की बैठक में विपक्षी पार्षदों ने जमकर विरोध किया और व्यवस्था जल्द सुधारने की मांग की।

Motor Pump Defective : लगभग 40 हजार की जनसंख्या वाले बालोद शहर में मंगलवार को भी पानी की किल्लत रही। फिल्टर प्लांट के दो मोटर पंप खराब होने के बाद सोमवार की रात में मोटर पंप खरीद कर ला चुके थे, लेकिन इसे पाइपलाइन जोडऩे रायपुर से इंजीनियर की टीम मंगलवार शाम 5 बजे पहुंची। इसके बाद काम शुरू कर दिया या है। इसलिए मंगलवार शाम को भी शहरवासियों को पानी उपलब्ध नहीं हो पाया। नगर पालिका ने शहर में चार टैंकरों के भरोसे पानी सप्लाई कर रही थी, जो पर्याप्त नहीं है। हालांकि कई लोगों ने निजी बोर से पानी की व्यवस्था की थी। शहर में बिगड़ी पेयजल व्यवस्था को लेकर नगर पालिका की सामान्य सभा की बैठक में विपक्षी पार्षदों ने जमकर विरोध किया और व्यवस्था जल्द सुधारने की मांग की।

असुविधा के लिए पालिका अध्यक्ष ने मांगी माफी

पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से बंद होने पर शहर के लोगों की परेशानियों को देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिभा चौधरी रात में फिल्टर प्लांट पहुंची और निरीक्षण किया। उन्होंने पेयजल व्यवस्था बाधित होने के कारण जनता से माफी मांगी और कहा हमारी कोशिश है कि जल्द व्यवस्था सुधारी जाए। नया मोटरपंप लगाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें :

Drinking Water Crisis : फिल्टर पंप के मोटर पंप खराब, 3000 नलों से नहीं आया पानी

एक टंकी को भरने में लगते हैं 4 घंटे

पालिका के मुताबिक शहर में कुल पांच पानी टंकी है। सभी टंकियों की जलभराव क्षमता अलग-अलग है। पालिका जल विभाग की माने तो एक टंकी में पानी भरने में लगभग 4 घंटे लगते हैं। एक मोटर पंप के भरोसे रहे तो एक टंकी को भरने में आठ घंटे लग जाएंगे।

फैक्ट फाइल

साल 2022 में जलावर्धन योजना बनी।
तीन मोटर पंप की जरूरत रहती हैं फिल्टर प्लांट में।
वर्तमान में दो मोटर पंप खराब।
शहर में पांच टंकी हैं, जहां से पानी सप्लाई होती है।
दो मोटर पंप चले तो एक टंकी को भरने में 4 घंटे लगते हैं।
शहर में लगभग 3500 नल कनेक्शन है।

यह भी पढ़ें :

ज्यादा बारिश से धान की फसल खेतों में औंधे मुंह गिरीं, नदी नाले उफान पर

जब पंप खराब होने की स्थिति में थे, तो बदला क्यों नहीं

नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष कसीमुद्दीन कुरैशी ने नगर पालिका की बैठक में कहा कि दो माह पहले मोटर पंप खराब होने की स्थिति की जानकारी दे दी गई थी तो बदला क्यों नहीं। जब दोनों मोटर पंप पूरी तरह से खराब हो गया, तब मरम्मत व नया लगाने की याद आ रही है। जनता परेशान है। नगर पालिका के पास मात्र टैंकर हैं और वार्ड 20 हैं। इससे सभी वार्डों में कैसे पानी की सप्लाई कर पाएंगे।

फिल्टर प्लांट बनने के बाद इस तरह की पहली स्थिति

जिला मुख्यालय में फिल्टर प्लांट 2022 में बना है। पहली बार फिल्टर प्लांट की दोनों मोटर पंप खराब हुए और सप्लाई पूरी तरह से बंद हैं। फिलहाल पालिका की टीम मंगलवार देर रात तक दोनों मोटर पंप को चालू करने की कोशिश में जुटी रही। देर रात तक मोटर पंप सुधरने पर सुबह पानी की सप्लाई हो सकती है, तब शहरवासियों को राहत मिल सकती है।