बालोद जिले में इस मानसून सीजन अब तक उम्मीद से कम बारिश हुई है, जिससे किसान चिंतित है। इन दिनों खंड वर्षा की स्थिति है। अब तक औसत 669 मिमी बारिश हुई है। कम बारिश की वजह से जिले के अर्जुंदा क्षेत्र में धान सूखने की स्थिति में है। किसान नालों व डबरी से मोटरपंप लगाकर सिंचाई करने को मजबूर हो गए हैं। कई किसान ऐसे हैं, जो अपने निजी बोर से सिंचाई कर रहे हैं।
कृषि विभाग की माने तो एक सप्ताह में अच्छी बारिश नहीं हुई तो फसलों पर इसका असर पड़ सकता है। अल्प बारिश व सूखते फसलों की स्थिति को देखते हुए संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा एवं गुंडरदेही विधायक कुंवरसिंहे निषाद ने जिले के प्रमुख जलाशयों से सिंचाई के लिए पानी छोडऩे की मांग किए हैं।
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जिले के कई किसानों के खेतों में धान की फसल पीली पड़ रही है। फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं है। किसानों का कहना है कि हर हाल में सिंचाई के लिए पानी चाहिए। पानी नहीं मिला तो फसल सूख जाएगी। इसलिए जलाशयों से सिंचाई के लिए पानी छोडऩा चाहिए।
बुधवार को जिला मुख्यालय व आसपास के क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है। बालोद तहसील में गुरुवार को कुल 48.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो जिले में सबसे ज्यादा है। अर्जुंदा तहसील में 15, मार्रीबंगला देवरी तहसील में 19 एवं गुरुर तहसील में 18 मिमी बारिश दर्ज की गई है। गुरुवार को जिले में औसत 29 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
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कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक सचिन वर्मा ने बताया कि कम बारिश चिंता कारण जरूर है। एक सप्ताह में अच्छी बारिश नहीं हुई तो फसलों पर इसका असर पड़ेगा। फिलहाल किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था करनी होगी।
जिले के प्रमुख जलाशयों में लगभग 50 प्रतिशत जलभराव हो चुका है। जलभराव की स्थिति बेहतर बता रहे हैं। किसानों के अलावा जनप्रतिनिधियों ने भी जलाशयों से पानी छोडऩे की मांग कलेक्टर से की है। सिंचाई विभाग में भी कई गांव के किसानों ने आवेदन देकर पानी छोडऩे की मांग की है।
जलाशय - जलभराव प्रतिशत में
तांदुला - 60.47
खरखरा - 53.39
मटियामोती - 46.31
गोंदली - 53.2
तहसील - बारिश मिमी में
बालोद - 783.3
गुरुर - 601.3
गुंडरदेही - 605.6
डौंडी - 735.8
डौंडीलोहारा - 690.8
अर्जुंदा - 632
मार्रीबंगला देवरी - 637.5
कुल औसत बारिश - 669.5 मिमी
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Updated on:
15 Aug 2025 12:00 am
Published on:
14 Aug 2025 11:55 pm