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Sit-in demonstration : नपं की अनियमितताओं को लेकर नगर रहा बंद, व्यापारियों ने चार घंटे तक किया धरना-प्रदर्शन

नगर पंचायत डौंडी की अनियमितताओं को लेकर व्यापारियों ने अपना कारोबार बंद रखा और नगर पंचायत के सामने धरना दिया। लगभग चार घंटे के प्रदर्शन के बाद अपर कलेक्टर चंद्रकान्त कौशिक से फोन पर मिले आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया।

नगर पंचायत डौंडी की अनियमितताओं को लेकर व्यापारियों ने अपना कारोबार बंद रखा और नगर पंचायत के सामने धरना दिया। लगभग चार घंटे के प्रदर्शन के बाद अपर कलेक्टर चंद्रकान्त कौशिक से फोन पर मिले आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया।

नगर पंचायत डौंडी की अनियमितताओं को लेकर व्यापारियों ने अपना कारोबार बंद रखा और नगर पंचायत के सामने धरना दिया। लगभग चार घंटे के प्रदर्शन के बाद अपर कलेक्टर चंद्रकान्त कौशिक से फोन पर मिले आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया। अपर कलेक्टर ने व्यापारियों के आरोपों पर सात दिन के भीतर एक कमेटी बनाकर जांच कराने की बात कही। कमेटी में व्यापारी संघ और किसान संघ के सदस्य भी रहेंगे, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके। व्यापारी संघ के नेतृत्व में सभी व्यापारी बाजार चौक स्थित रंगमंच में एकत्र हुए। नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसके देवांगन और इंजीनियर तृप्ति कुर्रे के निलंबन एवं अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए नगर भ्रमण किया। नगर पंचायत के सामने मुख्य मार्ग पर बैठकर प्रदर्शन किया।

व्यापारियों की प्रमुख मांगें और समस्याएं

व्यवसायिक परिसर की छतों से पानी टपकने से व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। आवारा मवेशियों का उचित प्रबंध किया जाए। बाजार चौक में महिला प्रसाधन बनाने, नगर की नालियों और मुख्य बाजार की नियमित सफाई, नवजागरण चौक से मुख्य सब्जी मार्केट तक लाइट की व्यवस्था की जाए।

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आश्वासन के बाद भी कुछ नहीं हुआ

व्यापारी संघ के अध्यक्ष तिलक दुबे ने कहा कि हमने कई बार नगर पंचायत के व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स की मरम्मत के लिए आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। मरम्मत कार्य के लिए पूर्व टेंडर होने के बाद नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की सुस्ती के कारण ठेकेदार को कार्य का आदेश जारी नहीं हुआ है। खामियाजा व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है। 20 जून को व्यापारियों ने नगर पंचायत अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित में आवेदन दिया था। एक सप्ताह के भीतर सभी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया गया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा।

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पौनी पसारी योजना के कार्य नहीं हुए

व्यापारी गिरीश सोनी ने कहा कि पोनी पसारी योजना के तहत लगभग 40 से 50 लाख रुपए आया था, जिसमें महिला प्रसाधन, प्याऊ घर, चौरा निर्माण का कार्य होना था। तीन साल के बाद भी यह कार्य नहीं हो पाया। खामियाजा सोना-चांदी के व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है। गिरीश सोनी और भूपेंद्र सोनी ने कहा कि दुकान लगाने की जगह नहीं मिलने से लाखों का नुकसान हो रहा है। सोने-चांदी की दुकान भी मछली दुकान के बगल में लगाते हैं, जिससे परेशानी होती है।

नगर की नहीं होती साफ-सफाई

व्यापारी संघ के सचिव नंदकुमार लोन्हारे ने बताया कि नगर में साफ सफाई नहीं होती। मुख्य सब्जी बाजार में अंधेरा रहता है, जिससे व्यापार करना मुश्किल होता है। कुछ महीने पहले लगभग 50 लाख की लागत से मुख्य मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य हुआ है। दो-चार दिन स्ट्रीट लाइट जली। अब अधूरी लाइट जल रही है।

इन संगठनों ने बंद का किया समर्थन

धरना प्रदर्शन को व्यापारी संघ के साथ किसान संघ, सरपंच संघ, एवं एकता व्यापारी संघ ने समर्थन किया। नगर के पान ठेला, सब्जी मार्केट, किराना व्यवसाय एवं सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। सिर्फ मेडिकल स्टोर और पेट्रोल पंप ही खुले मिले।