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सामुदायिक संपर्क कार्यक्रम में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर संवाद

मानसिक स्वास्थ्य केवल बीमारी की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि एक संतुलित भावनात्मक, शारीरिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्थिति है।

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राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य व तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निम्हांस) NIMHANS के मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा, मनोचिकित्सा सामाजिक कार्य और क्लीनिकल सायकोफार्माकोलॉजी विभागों ने राज्य उद्यान विभाग के सहयोग से लालबाग वनस्पति उद्यान में सामुदायिक संपर्क नामक एक विशेष संवाद सत्र का आयोजन किया।

क्लीनिकल साइकोलॉजी विभाग की प्रो. डॉ. मंजुला एम. ने स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन : खुशहाली अंदर से शुरू होती है विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य केवल बीमारी की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि एक संतुलित भावनात्मक, शारीरिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्थिति है। उन्होंने सकारात्मक सोच, भावनात्मक संतुलन, आत्म-जागरूकता और सामाजिक जुड़ाव को मानसिक स्वास्थ्य के प्रमुख स्तंभ बताया।उन्होंने कहा कि बताया कि मानसिक स्वास्थ्य एक निरंतरता है, और शुरुआती संकेतों की पहचान व खुला संवाद गंभीर समस्याओं की रोकथाम में मदद करता है।

सत्र के दौरान छात्रों और समुदाय के सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और यह साझा किया कि उनके लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का क्या अर्थ है। चर्चा में स्वस्थ खानपान, भावनाओं का प्रबंधन, अनुशासन और दैनिक जीवनशैली जैसे विषय शामिल रहे।