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सतत विकास के लिए इको-पर्यटन पर हो जोर

इस अवसर पर, पर्यावरण शिक्षा केंद्र के तटीय समुद्री ब्लू फ्लैग इंडिया और कर्नाटक कॉलेज के पर्यटन अध्ययन विभाग के बीच शैक्षणिक सहयोग हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

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कर्नाटक विश्वविद्यालय के कुलपति ए.एम. खान ने रविवार को धारवाड़ में कहा कि सतत विकास के पूरक कई परियोजनाओं को लागू करके इको-टूरिज्म Eco-tourism पर अधिक जोर देना जरूरी है।

वे कर्नाटक कला महाविद्यालय Karnataka Arts College के पर्यटन अध्ययन विभाग की ओर से भुवन विजय सभागार में आयोजित विश्व पर्यटन दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने पर्यटन के छात्रों से तेजी से बढ़ते पर्यटन क्षेत्र और अपार संभावनाओं को देखते हुए व्यावसायिक कौशल हासिल करने का आग्रह किया।अहमदाबाद स्थित पर्यावरण शिक्षा केंद्र के निदेशक जी. कुरुप ने सतत परिवर्तन के लिए पर्यटन विषय पर व्याख्यान दिया।

उन्होंने कहा कि सतत विकास के माध्यम से इको-टूरिज्म पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। भारत के समुद्र तटों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास और सामाजिक एवं पर्यावरणीय शिक्षा को बढ़ावा देना सतत विकास को गति देने की कुंजी है।

इस अवसर पर, पर्यावरण शिक्षा केंद्र के तटीय समुद्री ब्लू फ्लैग इंडिया और कर्नाटक कॉलेज के पर्यटन अध्ययन विभाग के बीच शैक्षणिक सहयोग हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

विश्व पर्यटन दिवस समारोह के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्रों को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर पूर्व कुलसचिव एस. राजशेखर, कॉलेज के प्राचार्य आइ.सी. मूलगुंड, पर्यटन अध्ययन विभाग के प्रमुख जगदीश किवुडनवर और अन्य उपस्थित थे।