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सच्चाई के लिए कांग्रेस में जगह नहीं, इसे खतरे के रूप में देखती है पार्टी: भाजपा

राजण्णा के इस्तीफे पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर साधा निशाना चुनावी धोखाधड़ी के आरोप अब बेमानी: आर अशोक

सहकारिता मंत्री केएन राजण्णा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने पर विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने दावा किया कि राजण्णा को चुनावी धोखाधड़ी के आरोपों पर सच बोलने के लिए मंत्रिमंडल से हटाया गया। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।

अशोक ने कहा कि राजण्णा को सिर्फ सच बोलने के कारण पद से हटा दिया गया। यह प्रदेश कांग्रेस में अक्टूबर क्रांति का पूर्वाभ्यास है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी सच्चा बर्दाश्त नहीं कर सकती। कांग्रेस नेताओं ने यह सुनिश्चित किया कि मंत्री राजण्णा के खिलाफ आलाकमान में शिकायत दर्ज कराई जाए और उन्हें हटाने की मांग की जाए। चुनावी धोखाधड़ी के आरोप अब बेमानी हो गए हैं। राजण्णा की टिप्पणी ने इसकी पुष्टि हुई है।

यह दलितों का अपमान: विजयेंद्र

विजयेंद्र ने भी कहा कि विजयेंद्र को केवल सच बोलने के लिए पद से हटा दिया गया। कांग्रेस में सच्चाई को एक खतरे की तरह देखा जाता है। खासकर अगर सच्चाई की आवाज अगर हाशिए पर पड़े समुदाय के नेता ने उठाया हो। दलितों के लिए घडिय़ाली आंसू बहाने वाली कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि बी.नागेंद्र को भी हटाया गया जबकि असली जिम्मेदार मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार थे। उन्होंने आरोप लगाया कि गबन की गई धनराशि का उपयोग चुनावी खर्चे में हुआ, लेकिन सारा दोष नागेंद्र पर मढ़ दिया गया।

सीएम सिद्धरामय्या के लिए खतरे की घंटी: बोम्मई

पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी कहा कि कांग्रेस में सच बोलने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि तीसरी पीढ़ी के कांग्रेस नेताओं को गुलाम समझने की मानसिकता अभी खत्म नहीं हुई है। केएन राजण्णा एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनेता हैं। उन्होंने अपने विभाग में कुशलता से काम किया है। एक वरिष्ठ नेता को इस्तीफा नहीं देने देना उनके अनुभव, दक्षता और अनुसूचित जनजाति समुदाय का अपमान है। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के लिए भी यह एक झटका है और आने वाले दिनों के लिए खतरे की घंटी है। जैसा कि राजण्णा ने कहा, कांग्रेस में क्रांति शुरू हो गई है। यह एक कटु सत्य है कि कांग्रेस के शासनकाल में वोटों का जोड़-तोड़ हुआ था। ईमानदारी से बात करने के लिए राजण्णा की सराहना होनी चाहिए।