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मांग के मुताबिक नहीं मिले परमिट, बस ऑपरेटरों का खत्म नहीं हो रहा इंतजार

बस संचालन के लिए विभिन्न ट्रैवल्स कंपनियों से आवेदन लिए गए, लेकिन विभाग की ओर से मांग के अनुसार परमिट जारी करने में आनाकानी की जा रही है। इससे ऑपरेटरों को परमिट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

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बारां

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Mukesh Gaur

Nov 02, 2025

बस संचालन के लिए विभिन्न ट्रैवल्स कंपनियों से आवेदन लिए गए, लेकिन विभाग की ओर से मांग के अनुसार परमिट जारी करने में आनाकानी की जा रही है। इससे ऑपरेटरों को परमिट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

बस संचालन के लिए विभिन्न ट्रैवल्स कंपनियों से आवेदन लिए गए, लेकिन विभाग की ओर से मांग के अनुसार परमिट जारी करने में आनाकानी की जा रही है। इससे ऑपरेटरों को परमिट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

रोडवेज भी सक्रिय, बढ़ाए बसों के फेरे

बारां. राज्य सरकार के आदेशों के तहत परिवहन विभाग की ओर से प्रदेशभर के विभिन्न मार्गों पर यात्री बसों के संचालन के लिए नए मार्ग खोले गए हैं। इसके तहत बस संचालन के लिए विभिन्न ट्रैवल्स कंपनियों से आवेदन लिए गए, लेकिन विभाग की ओर से मांग के अनुसार परमिट जारी करने में आनाकानी की जा रही है। इससे ऑपरेटरों को परमिट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। लाखों रुपये लगाकर बस खरीदने वाले ऑपरेटर स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि बारां जिले में भी कोटा-अन्ता, बारां-झालावाड़ समेत अन्य मार्गों के लिए परमिट मांगे गए, लेकिन करीब एक दर्जन परमिट ही जारी हुए हैं। आधा दर्जन परमिट अभी भी लंबित हैं। वहीं, रोडवेज ने भी बारां-झालावाड़ समेत कुछ मार्गों पर फेरे बढ़ा दिए हैं।

बारां-झालावाड़ मार्ग पर दौड़ रही पांच बसें

बारां से झालरापाटन (झालावाड़) मार्ग पर बारां वाया खानपुर-झालरापाटन के लिए करीब आधा दर्जन परमिट मांगे गए थे, लेकिन चार ऑपरेटरों को पांच परमिट ही जारी हुए। बारां-नाहरगढ़ मार्ग पर एक ऑपरेटर को एक परमिट और दूसरे को तीन परमिट जारी हुए हैं। वहीं, छबड़ा-झालावाड़ मार्ग के लिए भी एक बस परमिट जारी किया गया है।

प्राथमिकताओं को किया दरकिनार

एक बस ऑपरेटर ने बताया कि परिवहन विभाग की ओर से परमिट जारी करने के लिए कुछ प्राथमिकताएं तय की गई थीं, जिनका पालन नहीं किया गया। कई ऑपरेटरों ने 40 लाख रुपये खर्च कर एसी बसें खरीदीं, लेकिन उन्हें परमिट नहीं मिले। इससे यात्रियों को कम किराए में एसी बस की सुविधा नहीं मिल पा रही है और उन्हें नॉन-एसी बसों में उसी किराए पर यात्रा करनी पड़ रही है। कुछ मामलों में एसी, सिङ्क्षटग और एकल सेवा जैसी प्राथमिकताओं को भी विभाग ने अपने हिसाब से बदला है।

बारां-अन्ता में दिए 12 में से 5 परमिट

बारां-अन्ता मार्ग पर एक ट्रैवल्स कंपनी ने पांच बसों के संचालन के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे केवल दो बसों के परमिट जारी हुए। इन दोनों बसों का संचालन शुरू हो चुका है, जबकि तीन परमिट अब भी लंबित हैं। कंपनी को बारां-खातौली मार्ग पर एक परमिट जारी किया गया है। इसी तरह एक अन्य ट्रैवल्स कंपनी ने कोटा-अन्ता मार्ग के लिए सात परमिट मांगे थे, लेकिन केवल तीन जारी हुए। इस मार्ग पर एसी बसों को दी जाने वाली प्राथमिकता को भी दरकिनार किया गया है।

बसों के परमिट के लिए संभाग स्तर पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में आवेदन किए गए हैं। किस मार्ग पर कितने परमिट जारी हुए, इसकी जानकारी जिला परिवहन कार्यालय को नहीं है।

कल्पना शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी

परिवहन विभाग की ओर से अन्ता-कोटा, बारां-झालावाड़, बारां-खातौली और बारां-नाहरगढ़ मार्गों पर कुछ परमिट जारी किए गए हैं। इनके तहत बसों का संचालन भी शुरू हो चुका है।

गौरव माथुर, प्रबंधक संचालन, रोडवेज


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