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बारां के भंवरगढ़ कस्बे सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्र में गत तीन दिनों से रुक रुक कर हो रही बरसात व चल रही तेज हवाओं के कारण कई खेतों में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कस्बे के धान उत्पादक किसान रितेश शर्मा, इंद्रजीत राठौर सहित अन्य किसानों ने बताया कि गत रविवार से ही रुक रुक कर तेज हवाओं के साथ तेज बरसात हो रही है।
इसके कारण खेतों में खड़ी धान की फसल आड़ी पड़ जाने के कारण खराब होने लगी है। किसानों ने बताया कि जो फसल हवाओं से गिर गई है, उस पर ऊपर से पानी गिर रहा है। जमीन के अंदर भी बरसाती पानी भरा हुआ है, ऐसे में फसल खराब हो रही है।
इधर कस्बे सहित आसपास ग्रामीण अंचल में किसानों द्वारा हजारों बीघा जमीन में सरसों की बुवाई की जा चुकी है तभी से बरसात रुकने का नाम नहीं ले रही है। कस्बे के किसान इंद्रजीत राठौर की पांच बीघा से अधिक की धान की फसल जमींदोज हो गई है। वहीं रितेश शर्मा सहित कस्बे के दर्जनों किसानों की धान की फसल आड़ी पड़ने से काफी नुकसान नजर आ रहा है।
किसान भविष्य को लेकर चिंतित हैं। मंगलवार को भी प्रात: से ही रुक रुक कर दिन भर कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसात का दौर जारी रहने से किसान चिंतित हैं। कस्बे के लहसुन उत्पादक किसान ओम नागर नेता,चंद्र प्रकाश ओझा, सहित अन्य किसानों ने बताया कि अगर ऐसे ही बरसात होती रही तो लहसुन की बुवाई होने में भी संदेह है जैसे ही लहसुन के लिए जमीन को हंकाई जुताई कर सूखने के लिए तैयार करते हैं ऐसे में फिर पानी बरस जाता है।
जमीन को सुखा ही नहीं पा रहे हैं। ऐसे में कैसे बिजाई होगी। किसानों ने बताया कि वैसे ही तंग हाली में हैं, ऊपर से बरसात रुकने का नाम नहीं ले रही है। किसानों को भविष्य की चिंता सता रही है।
किसानों ने बताया कि खेतों में पानी भर जाने और पौधे झुक जाने से फसल कटाई में भी दिक्कत आ रही है। किसानों ने प्रशासन से क्षेत्र में नुकसान का सर्वे कराने की मांग करते हुए प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की भी मांग की है। ताकि वे किसान आगामी रबी फसल की तैयारी कर सकें।
राजपुर. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में लगातार अतिवृष्टि के कारण उड़द, सोयाबीन, मक्का की फसलें खराब हो चुकी हैं। बारिश किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। किसान फसलों को बचाने के लिए हर तरह का जतन और प्रयास कर रहे हैं। कई किसानों की उड़द की फसल खेतों में कटी पड़ी हुई है।
कस्बे के हरिओम मेहता संतोष मेहता, रामलखन मेहता ने बताया कि लगातार हो रही बारिश की वजह से सोयाबीन, उड़द, मक्का की फसल में बहुत नुकसान हुआ है। इसके बावजूद अभी तक बीमा कंपनी की ओर से फसल खराब के सर्वे के लिए कोई नहीं आया है। कई खेतों में फसलो मे पानी भरने से बीज अंकुरित हो चुके हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द फसल खराबे का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलवाया जाए।
Published on:
08 Oct 2025 03:19 pm
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