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लाल मुंह के बंदरों का आतंक, कर रहे हमला

पिछले कुछ महीनेां में शहर के कई इलाकों में बंदरों के हमले बढ रहे हैं। नगर परिषद भी जैसे बंदरों के मामले में बेबस साबित हो रही है।

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बारां

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Mukesh Gaur

Nov 25, 2025

पिछले कुछ महीनेां में शहर के कई इलाकों में बंदरों के हमले बढ रहे हैं। नगर परिषद भी जैसे बंदरों के मामले में बेबस साबित हो रही है।

पिछले कुछ महीनेां में शहर के कई इलाकों में बंदरों के हमले बढ रहे हैं। नगर परिषद भी जैसे बंदरों के मामले में बेबस साबित हो रही है।

नगर परिषद ने हाथ खड़े किए, मथुरा-वृंदावन से आई टीम भी लौटी

बारां. शहर में पिछले एक वर्ष से लगातार जारी लाल मुंह के बंदरों से अब तक सैकडों स्त्री-पुरूष व बच्चे जख्मी होकर लहुलूहान हो गए, लेकिन नगर परिषद प्रशासन और वन विभाग को बार-बार सूचना के बाद भी अब तक बंदरों के इस आतंक को रोकने के लिए कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। पिछले कुछ महीनेां में शहर के कई इलाकों में बंदरों के हमले बढ रहे हैं। नगर परिषद भी जैसे बंदरों के मामले में बेबस साबित हो रही है।

यहां हुई शहरमें सर्वाधिक घटनाएं

राजस्थान दुकानदार महासंघ जिलाध्यक्ष ललितमोहन खण्डेलवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष कैलाश शर्मा, गजेन्द्र ङ्क्षसह परिहार, कौशलकिशोर शर्मा, पूर्व पार्षद राहुल शर्मा, दुष्यंत शर्मा, दिनेश सेन, राजेश गुप्ता ने बताया कि पिछले एक वर्ष से शहर के शाहाबाद वार्ड, मण्डोला वार्ड, चैमुखा बाजार, सर्राफा बाजार, सदर बाजार, श्रीजी का चैक, श्योपुरियान बस्ती, मेलापाडा आदि क्षैत्र में लाल मुंह के बंदरों के आतंक से शहरवासी इस कदर परेशान है कि लोगों ने छतों पर जाना बंद कर दिया। लगातार बंदरों के आतंक व हमलों से कई लोग लहुलूहान होकर जख्मी हो गए जिन्हें लगातार कई दिनों तक रेबीज के इंजेक्षन लगवाने को मजबूर होना पडा। लगातार हमलों के बाद शनिवार को एक कपडा व्यापारी के पुत्र पर बंदरों ने हमला कर दिया। कल एक महिला का इस कदर पीछा किया कि वह सीढियों पर गिर गई। आज भी एक वकील के ऊपर हमले का प्रयास किया गया। लगातार लाल मुंह के बंदरों के हमले से सैकडो स्त्री-पुरूष जख्मी हो चुके हैं। कई बार नगर परिषद व वन विभाग को सूचना के बावजूद कोई प्रभावी कार्यवाही नही होने से बंदरोंं का आतंक लगातार बना हुआ है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि लगता है प्रशासन किसी बडी घटना का इंतजार कर रहा हो। ऐसा नहीं हो कि किसी दिन बडी दुर्घटना के कारण किसी को जान से हाथ धोना पडे, समय रहते नगर परिषद को लाल मुंह के इन बंदरों को पकडने के लिए प्रभावी कार्यवाही करनी चाहिए।

अधिकारियों ने यह कहा

इस बारे में जब नगर परिषद के कार्यवाहक आयुक्त भुवनेश मीणा व सफाई अधिकारी नरसीलाल स्वामी से बात की तो उन्होंने बताया कि दो बार टेण्डर निकाले जा चुके हैं। कोई भी इन्हें पकडने के लिए आगे नहीं आ रहा है। नगर परिषद पूरी तरह बेबस है, मथुरा वृन्दावन तक टेण्डर की जानकारी दे दी गई है। लेकिन कोई पार्टी सामने नहीं आ रही है। इसके कारण लाल मुंह के बंदरों को पकडने की दिशा में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।

युवक पर किया हमला, भागकर बचाई जान

बारां. शहर में लाल मुंह वाले बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार सुबह माला देवी छीपा मोहल्ले में बंदरों ने नितेश नामा पर अचानक हमला कर दिया। बंदरों ने बंटी को दबोचने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह खुद को छुड़ाकर घर की ओर भागा और जान बचाई। गौरतलब है कि क्षेत्र में अब तक 50 से अधिक मासूम और लोग बंदरों के हमलों में घायल हो चुके हैं। लगातार बढ़ रहे हमलों से मोहल्ले में दहशत का माहौल है। जिला प्रशासन, नगर परिषद और बाहर से बुलाई गई विशेष टीम कई बार अभियान चलाकर भी एक भी बंदर को पकडऩे में नाकाम रही है, इससे लोगों में नारा•ागी बढ़ती जा रही है। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से ठोस कदम उठाकर बंदरों के आतंक से राहत दिलाए, अन्यथा हालात और अधिक बिगड़ सकते हैं।