छीपाबड़ौद का रांवा हत्याकांड : पुलिस ने चांदी के दो कढ़े, पायजेब और खुदाई के औजार किए बरामद
बारां. छीपाबड़ौद थाना क्षेत्र के रांवा गांव में गढ़ा धन निकालने के लालच में घर में घुसकर मूकबधिर की हत्या करने के आरोपी घर से चांदी की पायजेब व मृतक के हाथों में पहने हुए चांदी के कढ़े चुराकर ले गए थे। पुलिस ने रिमांड के दौरान रविवार को आरोपियों के कब्जे से उनकी निशानदेही पर चुराए गए चांदी के दो कढ़े और एक जोड़ी चांदी की पायजेब तथा खुदाई में प्रयुक्त औजार बरामद किए। पायजेब एक बैग में रखी हुई थी। फिलहाल वारदात में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ व उनकी सूचना की तस्दीक कर तलाश की जा रही है। आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
राजेन्द्र की कार से आए थे गांव में आरोपी
पुलिस ने 7 अगस्त का प्रकरण का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल आरोपी छीपाबड़ौद निवासी राजा अली (27), राजेन्द्र सुमन उर्फ बल्लू (27), ललित नागर (24), विनोद कुमार सुमन (27) तथा रावां निवासी भूरालाल उर्फ भूरा सुमन (31) व कमल किशोर सुमन 27 को गिरफ्तार किया है। 8 अगस्त को न्यायालय में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान 9 अगस्त को आरोपियों को रांवा ले जाकर घटना स्थल की तस्दीक की तथा वारदात में प्रयुक्त दोनों बाइक व एक कार जब्त की। कार गिरफ्तार आरोपी राजेन्द्र सुमन की थी। मृतक दोनों हाथों में चांदी के कड़े पहनता था। आरोपी उसके हाथों से कढ़े उतारकर ले गए थे। पुलिस ने रविवार को आरोपियों की सूचना से इन कढ़ों को और चुराकर ले गए चांदी की एक जोड़ी पायजेब तथा गेंती, ग्राइंडर व सरीया आदि खुदाई के औजार बरामद किए।
मौत होने के बाद मिशन अधूरा छोड़ भागे
छीपाबड़ौद थाना प्रभारी अजीत ङ्क्षसह चौधरी ने बताया कि मृतक रामचरण सुमन घर पर अकेला ही रहता है। उसके घर में पुराना धन जमीन में दबा होने की आशंका के तहत मृतक के रिश्तेदार कमल सुमन ने उसके साथियों के साथ मिलकर गढ़ा हुआ धन निकालने की योजना बनाई तथा 2 अगस्त को घर में घुस गए। रामचरण सुमन को हाथ, पैर व मुंह बांधकर बेड पर उलटा पटक दिया ओर खुदाई शुरू कर दी थी। इस दौरान देर तक उलटा पड़ा रहने से सांस नहीं मिली तो उसकी मृत्यु हो गई। आरोपी ने देखा तो उसकी सांस थम चुकी थी। इससे घबरा गए और खुदाई छोड़ वहां से खिसक गए। गहराई तक खुदाई भी नहीं हुई और गढ़ा धन भी हाथ नहीं लगा। दुसरे दिन 3 अगस्त की सुबह पड़ौसियों से पुलिस को वारदात का पता लगा। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो वारदात का खुलासा हुआ। ड्ड
Updated on:
11 Aug 2025 11:42 am
Published on:
11 Aug 2025 11:41 am