
फोटो: पत्रिका
Anta By-Election 2025 Photos: अंता विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव में 80.32% मतदान हुआ। चुनाव नियंत्रण कक्ष के अनुसार यहां कुल 2 लाख 28 हजार 264 में से 1 लाख 83 हजार 171 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। रात तक बारां के पीजी कॉलेज में ईवीएम जमा कराने का कार्य चल रहा था। मतदान का सही प्रतिशत आज शाम तक सामने आ पाएगा।
2008 में परिसीमन में अंता सीट बनी थी। पिछले तीन विधानसभा चुनाव में यहां 80 से 81 फीसदी के बीच मतदान का प्रतिशत रहा है। त्रिकोणीय मुकाबले के चलते उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के धुआंधार प्रचार और पूरी ताकत झोंकने से यह उपचुनाव काफी रोचक और संघर्षपूर्ण रहा है।
शुक्रवार की सुबह आठ बजे से बारां के पीजी कॉलेज के अंदर मतगणना होगी। नतीजा सुबह 11 बजे तक आ जाएगा। उधर गांव में विकास कार्य नहीं होने से सांकली गांव के मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया। यहां शाम को कुल 738 मतदाताओं में से सिर्फ एक जने ने वोट डाला। बड़गांव के पास गणेशपुरा में भी विकास कार्य नहीं होने नाराज लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद वहां बाद में मतदान शुरू हो गया।
मांगरोल के पास बालून्दा गांव के मतदान केन्द्र पर ईवीएम मशीन करीब आधे घंटे बंद रही। जिसे बाद में तकनीशियन ने आकर चालू किया। इस दौरान मतदान रुका रहा। क्षेत्र में सुबह सात बजे एक साथ 268 केन्द्रों पर मतदान शुरू हुआ। लेकिन सांखली में शाम चार बजे तक ग्रामीण मतदान के लिए नहीं आए।
क्षेत्र के कई मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे ही मतदाताओं की कतार लगनी शुरू हो गई। हालांकि अधिकांश जगह पहले घंटे में मतदान की रफ्तार धीमी रही लेकिन जैसे-जैसे सूरज चढ़ता गया। मतदान का प्रतिशत बढ़ता गया।
शहरी कस्बों के साथ गांवों के अधिकांश मतदान केन्द्रों पर अच्छी भीड़ देखी गई। महिलाओं और पहली बार मतदान कर रहे युवा मतदाता काफी उत्साहित नजर आए। बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाता भी अपने निर्धारित केन्द्रों पर पहुंचे और मत डाले। आखिरी समय तक उम्मीदवारों के समर्थक अपने पक्ष में मतदाताओं को बूथ तक लाने में जुटे रहे। नगर कस्बों और गांवों में दिनभर उम्मीदवारों की हार-जीत को लेकर चर्चाएं होती रही और कयास लगाए जाते रहे।
पिछले साल देवली-उनियारा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में हुई हिंसा के मद्देनजर इस बार अंता में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह चौकस रहा। अर्द्धसैनिक बल आरएएसी और पुलिस की टीमें लगातार क्षेत्र में गश्त करती रही। संवेदनशील इलाकों और बूथों पर हथियारबंद जवान खड़े थे।
अंता विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए पुलिस ने 36 दिन में 675 लीटर शराब जब्त की है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंदासु ने बताया कि अंता चुनाव को मद्देनजर रखते हुए 6 अक्टूबर से 11 नवंबर की अवधि के दौरान विभिन्न मामलों में कार्रवाई कर कुल 65 प्रकरण दर्ज किए। इसमें 675 लीटर अवैध शराब जब्त की गई। इसकी अनुमानित कीमत 303410 रुपए है। मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्रवाई कर 6 प्रकरण दर्ज किए गए। इसमें 121 किलो 765 ग्राम मादक पदार्थ जब्त किया गया। इसकी अनुमानित कीमत 3546650 रुपए है। एवं अन्य कार्रवाई कर उसके अंतर्गत जब्त वस्तुओं की अनुमानित कीमत 203780650 रुपए है। अंदासु ने बताया कि इसके अलावा जांच के दौरान 1764250 रुपए नकद भी जब्त किए गए हैं। इस प्रकार चुनाव के दौरान कुल जब्त माल की अनुमानित कीमत 209394960 रुपए है। इसी प्रकार साइलेन्स पीरियड के दौरान अंता विधानसभा क्षेत्र में बाहरी क्षेत्र के भ्रमण करने वाले 28 वाहनों को भी जब्त किया गया है।
दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के अलावा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी प्रमुख रूप से चुनावी मैदान में थे। इनमें से केवल भाजपा का प्रत्याशी ही अपना वोट डाल सका। कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी सूची में नाम नहीं होने से मतदान नहीं कर सके। दरअसल, अंता विधानसभा उप चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी मोरपाल सुमन, कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया तथा निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा का त्रिकोणीय मुकाबला रहा। लेकिन चुनाव में सिर्फ भाजपा के प्रत्याशी मोरपाल सुमन ही मतदान कर सके। प्रमोद जैन भाया का नाम बारां विधानसभा के बटावदा गांव तथा नरेश मीणा का नयागांव की मतदाता सूची में नाम होने के कारण दोनों ही प्रत्याशियों ने अपने लिए वोट तो मांगे, लेकिन अपने पक्ष में स्वयं मतदान नहीं कर पाए।
बोहत कस्बे सहित आस-पास गांवों में अंता विधानसभा के उप चुनाव को लेकर मतदाताओं में उत्साह नजर आया युवाओं द्वारा सब काम छोड़ कर मतदान करने पहुंचे युवाओं द्वारा लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से मतदान किया है। पाडलिया के निक्की मेघवाल, सिद्धू चौधरी, अभिषेक बैरवा ने बताया कि पहली बार लोकतंत्र के महोत्सव में राज्य, गांव के भविष्य के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाने का अवसर मिला है। मतदान केन्द्रों पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।
मतदान के बाद मतदान टोलियों ने रात को पीजी कॉलेज में पहुंचकर ईवीएम जमा करवाई। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ईवीएम मशीनें जमा करवाने के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंदासु, एडीएम भंवरलाल जनागल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान आने वाली पोलिंग पार्टियों के मतदानकर्मियों की भीड़ लगी रही। निकटवर्ती मतदान केन्द्रों की पोलिंग पार्टियां पहले पहुंची।
पर्यवेक्षक सुभाश्री नंदा ने मतदान दिवस पर विभिन्न मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर मतदान कार्य का निरीक्षण किया। जिला निर्वाचन अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर ने स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव में पूर्ण उत्साह के साथ सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है।
संवेदनशील और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों पर सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के जवान तैनात रहे। इसके साथ ही क्षेत्र में 12 क्विक रेस्पॉन्स टीम, 43 मोबाइल पार्टियां, 43 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 12 पुलिस सुपरवाइजरी अधिकारी, 12 एरिया मजिस्ट्रेट, 4 वरिष्ठ पुलिस पर्यवेक्षक तथा 4 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय रहे।
Published on:
12 Nov 2025 11:20 am
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