बरेली। आई लव मोहम्मद पोस्टर को लेकर विरोध प्रदर्शन ने शुक्रवार को बरेली की फिजा बिगाड़ दी। पुलिस प्रशासन के अनुमति रद्द करने और लाख समझाने के बावजूद नफरती मौलाना तौकीर रजा नहीं माने। उनके बुलावे पर सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आये। पुलिस ने उन्हें रोकने और समझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। भीड़ में शामिल कुछ खुराफाती तत्वों ने प्रदर्शन की आड़ में पुलिस और बाजार में दुकानदारों पर पथराव शुरू कर दिया। दुकानों में तोड़फोड़ होने लगी। हालात को काबू करने के लिये पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज कर दिया। डीआईजी अजय साहनी के नेतृत्व में एसएसपी अनुराग आर्य, डीएम अविनाश सिंह, एसपी सिटी मानुष पारीक, एसपी अंशिका वर्मा, एसपी मुकेश मिश्रा, एसपी अकमल खान की टीमों ने शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये बलपूर्वक भीड़ को सड़कों से खदेड़ दिया। बरेली शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। बवाल और उपद्रव की सूचना पर शहर के बाजार बंद होने लगे। आलमगिरीगंज, बांसमंडी, सिविल लाइंस, बड़ा बाजार, कुतुबखाना, बिहारीपुर में दुकानों के धड़ाधड़ शटर गिरने लगे। इस्लामिया मैदान से लौटते वक्त उपद्रवियों ने कुमार टॉकीज के पास और आजमनगर में भी पथराव कर दिया। जिस पर पुलिस ने बलपूर्वक उन्हें खदेड़ दिया। लोग वहां से फरार हो गए। पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया है।
आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद को लेकर मौलाना तौकीर रजा की कॉल पर शुक्रवार को भीड़ सड़कों पर उतरी। मस्जिदों से निकलकर लोग हाथों में तख्तियां और झंडे लिए नारेबाजी करते हुए इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान की ओर बढ़ने लगे। जैसे ही भीड़ खलील तिराहे पर पहुंची, पुलिस ने रोका तो माहौल गरमा गया। जिस पर भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। दो बाइकें तोड़ी गईं और एक दुकान पर तोड़फोड़ की गई। अचानक हुए बवाल से पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। सड़क पर चारों ओर चप्पलें, पत्थर और टूटे वाहनों के शीशे बिखरे पड़े थे। अफरातफरी का आलम यह रहा कि खलील तिराहे से लेकर बिहारीपुर चौकी तक हालात बेकाबू हो गये। जिसे पुलिस ने बड़ी कोशिश के बाद संभाला।
बिहारीपुर चौकी के पास पुलिस हालात काबू करने में देर तक जूझती रही। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के सामने ही कई राउंड तक नारेबाजी और पथराव किया। इस बीच माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि देखते ही देखते पूरा इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई और अफसर खुद मौके पर डटे रहे। हालात को देखते हुए डीआईजी अजय कुमार साहनी, एसपी सिटी मानुष पारीक खुद मौके पर पहुंचे। पूरे घटनाक्रम की मॉनिटरिंग की। उनके निर्देशन में पुलिस ने हालात को काबू में किया और सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी। हालांकि पुलिस पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सुबह से ही पूरे इलाके में तनाव बना हुआ था। पुलिस अब अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है और आसपास के इलाकों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस ने बल प्रयोग किया और उपद्रवियों को दौड़ाकर खदेड़ा। कई बार भीड़ लौट-लौटकर आती रही, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें तितर-बितर कर दिया। कुछ देर तक इलाका संग्राम भूमि में तब्दील रहा। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे और फ्लैगमार्च निकालकर इलाके में सख्ती बढ़ा दी। डीआईजी अजय साहनी और एसएसपी अनुराग आर्य उन्होंने हालात पर नज़र रखते हुए पुलिस बल को निर्देश दिए और हर गली-चौराहे पर पुलिस तैनात कर दी। देखते ही देखते खलील तिराहा और आसपास का इलाका छावनी में तब्दील हो गया।
श्यामगंज, कोहाड़ापीर और आसपास के इलाकों से होकर गुजरने वाली रोडवेज बसों का संचालन रोक दिया गया। दुकानों के शटर गिरा दिए गए। भीड़ की हरकतों ने शहर में दहशत फैला दी। पुलिस ने बार-बार घोषणा की कि किसी को कानून हाथ में लेने की इजाज़त नहीं दी जाएगी। शहर में उपद्रव की अफवाहों ने बाजार बंद करवा दिया। दरअसल पुलिस प्रशासन की अनुमति न होने के बावजूद बरेली का बार बार माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाला नफरती मौलाना तौकीर रजा के फरमान पर भीड़ ने जबरन इस्लामियां मैदान में घुसने की कोशिश की। मौलाना की इस जिद ने पूरे शहर को अशांति के मुहाने पर ला खड़ा कर दिया। पुलिस की तत्परता और बल प्रयोग से हालात तो काबू में आ गए, लेकिन इलाके में तनाव और दहशत अब भी कायम है।
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Updated on:
26 Sept 2025 04:22 pm
Published on:
26 Sept 2025 04:19 pm