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सीएम योगी का घेराव करने निकले कांग्रेसी-सपाई, पुलिस ने हिरासत में लेकर भेजा थाने, जानिए क्या है मामला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार को बरेली आगमन से पहले जिले में सियासी तापमान चढ़ा रहा। मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कार्यक्रम स्थल से पहले ही हिरासत में ले लिया। वहीं समाजवादी पार्टी युवजन सभा के एक पदाधिकारी को सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज करने की कीमत नजरबंदी के रूप में चुकानी पड़ी।

नारेबाजी करते कांग्रेसी (फोटो सोर्स: पत्रिका)

बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार को बरेली आगमन से पहले जिले में सियासी तापमान चढ़ा रहा। मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कार्यक्रम स्थल से पहले ही हिरासत में ले लिया। वहीं समाजवादी पार्टी युवजन सभा के एक पदाधिकारी को सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज करने की कीमत नजरबंदी के रूप में चुकानी पड़ी।

पूर्व महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अजय शुक्ला ने बताया कि वह अविनाश चौबे, राज शर्मा, पारस शुक्ला, साहिब सिंह, नदीम अहमद और फिरोज खान के साथ मुख्यमंत्री को स्कूल मर्जर, महंगाई और बेरोजगारी जैसे जनहित के मुद्दों पर ज्ञापन देने जा रहे थे। आरोप है कि पुलिस ने उन्हें पहले उनके घरों पर हाउस अरेस्ट किया और बाद में सभी को थाना कैंट भेज दिया गया।

सपा नेताओं को किया गया नजरबंद

वहीं समाजवादी पार्टी युवजन सभा के महासचिव रितेश यादव को भी पुलिस ने नजरबंद कर दिया। रितेश ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के विरोध में काले झंडे दिखाने की बात लिखी थी। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा, महंगाई आसमान छू रही है और सरकार सिर्फ प्रचार में व्यस्त है। पुलिस ने रितेश के फेसबुक पोस्ट को गंभीरता से लिया और भोजीपुरा पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम से पहले ही नजरबंद कर दिया।

सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर खुफिया विभाग सोशल मीडिया पर पूरी तरह सक्रिय रहा। किसी प्रकार की आपत्तिजनक पोस्ट या विरोध प्रदर्शन की सूचना पर तुरंत कार्रवाई की गई। सीएम कार्यक्रम के चलते शहर के कई रास्तों को बंद कर दिया गया था, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा बरेली में मरीज तक का रास्ता रोका गया है। मेरी भतीजी गंभीर हालत में इलाज के लिए जा रही थी, लेकिन उसे निकलने नहीं दिया गया। इसकी जवाबदेही कौन लेगा।