पुलिस की गिरफ्त में डा. नफीस (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। 26 सितंबर को बरेली में हुई हिंसा नफरती मौलाना तौकीर की सोची समझी साजिश का हिस्सा थी। मौलाना की पार्टी आईएमसी के नेता डा. नफीस के बेटे फरमान ने भड़काऊ वीडियो पार्टी के फेसबुक पेज पर अपलोड कर युवाओं को बुलाने के लिये बरगलाया था। इतना ही नहीं नमाज की टाइमिंग भी बदली गई थी। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा भीड़ को इकट्ठा किया जा सके। एसपी सिटी आफिस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि अब तक 81 उपद्रवी सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं। पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर रही है। खासकर उन लोगों पर फोकस है, जिन्होंने भीड़ को भड़काने और जमा करने में अहम भूमिका निभाई थी।
एसएसपी ने बताया कि 26 सितंबर को जुमे की नमाज का वक्त साजिशन बदलवाया गया था। मौलाना तौकीर रजा का वीडियो वायरल होने के बाद यह संदेश फैलाया गया कि नमाज दोपहर एक बजे होगी। आमतौर पर नमाज का वक्त साढ़े 12 बजे से पौने चार बजे तक रहता है। पुलिस का मानना है कि इसी छलावे के जरिए भीड़ को इस्लामिया मैदान की ओर मोड़ा गया। अब तक पकड़े गए आरोपियों में तीन दूसरे प्रदेशों के भी हैं। पुलिस इनकी आपराधिक पृष्ठभूमि और नेटवर्क खंगाल रही है। जिससे इनके बारे में और अधिक जानकारी जुटाई जा सके।
हिंसा के बाद पुलिस ने अलग-अलग थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें 125 नामजद और करीब तीन हजार अज्ञात उपद्रवी शामिल हैं। सात मुकदमों में सीधे तौर पर मौलाना तौकीर रजा का नाम दर्ज है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि सीबीगंज, कोतवाली और बारादरी से बुधवार को मौलाना तौकीर के करीबी किला कंघीटोला निवासी डा. नफीस, बेटे फरहान खां, किला के मलुकपुर निवासी शान पुत्र अब्दुल रहमान, बारादरी के रोहली टोला निवासी मो नदीम पुत्र फारूख, किला के हुसैन बाग निवासी रिजवाना पुत्र मुर्तजा मियां, सैलानी निवासी अमान पुत्र मुजफ्फर हुसैन, काजीटोला निवासी ताजिम पुत्र हसीन और शाहजहांपुर के थाना मदनापुर पंखाखेड़ा इस्लामनगर निवासी इकबाल उर्फ बुंदन व इदरीश को जेल भेजा गया है। अब तक 81 उप्रदवी जेल जा चुके हैं। अन्य आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीमें दबिशें दे रहीं हैं।
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Updated on:
01 Oct 2025 06:11 pm
Published on:
01 Oct 2025 06:10 pm
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