
बरेली। अपर पुलिस महानिदेशक बरेली जोन रमित शर्मा ने कहा कि सड़क सुरक्षा सिर्फ कानून नहीं यह नैतिक जिम्मेदारी है। बरेली पुलिस और जनता मिलकर सुरक्षित सुगम यातायात बनाएं। जिससे मृत्यु दर जीरो हो जाए। एडीजी, डीआईजी और एसएसपी समेत सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने दुर्घटनाओं में बरेली को जीरो मृत्यु दर पर लाने का संकल्प लिया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि वह सड़क नियमों का नैतिकता के साथ पालन करें।
रिजर्व पुलिस लाइंस स्थित रविन्द्रालय सभागार में रविवार को जीरो फेटेलिटी डिस्ट्रिक्ट- रोड सेफ्टी एक्शन प्लान कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर पुलिस महानिदेशक बरेली जोन रमित शर्मा ने की।
कार्यक्रम में एडीजी रमित शर्मा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं केवल आंकड़े नहीं, बल्कि टूटे हुए परिवारों की कहानियां हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सड़क सुरक्षा केवल एक कानून नहीं, बल्कि हर नागरिक का नैतिक दायित्व है। जीरो मृत्यु दर का लक्ष्य तभी संभव है जब जनता और पुलिस मिलकर इसे एक जनआंदोलन के रूप में अपनाएं। उन्होंने वाहन चालकों से हेलमेट और सीट बेल्ट के अनिवार्य उपयोग, नशे में वाहन न चलाने तथा गति सीमा के पालन की अपील की।
डीआईजी बरेली रेंज अजय कुमार साहनी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं हमारी सामाजिक जिम्मेदारी का आईना हैं। हर हादसे के पीछे किसी का घर उजड़ता है। हमारा लक्ष्य बरेली को शून्य मृत्यु जिला बनाना है। इसके लिए यातायात पुलिस के साथ-साथ जनजागरूकता को गांव-गांव तक पहुंचाना होगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कहा कि बरेली पुलिस हर दुर्घटना को रोकने के लिए दिन-रात सड़कों पर तैनात है। अब समय है कि सख्ती के साथ संवेदनशीलता भी दिखाई जाए। हेलमेट, सीट बेल्ट और स्पीड लिमिट का पालन जीवन बचाने का सबसे आसान उपाय है।
कार्यक्रम के दौरान रिक्रूट आरक्षी कविता रानी और रिक्रूट आरक्षी खुशबू पाल को अपने कर्तव्यों के दौरान सतर्कता और उत्कृष्ट व्यवहार के लिए एडीजी बरेली जोन द्वारा एक- एक हज़ार के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एसपी सिटी मानुष पारीक, एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र, एएसपी ट्रैफिक मोहम्मद अकमल खान, तथा बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।
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Updated on:
09 Nov 2025 08:07 pm
Published on:
09 Nov 2025 07:50 pm
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