बरेली। पुलिस की अपराध डायरी में गुरुवार की सुबह सुनहरी स्याही से दर्ज हो गई। बरेली के जांबाज एसएसपी अनुराग आर्य की अगुवाई में पुलिस ने एक लंबे समय से फरार एक लाख के इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तेखार उर्फ सोल्जर को मुठभेड़ में मार गिराया।
नैनीताल रोड के बिलवा पुल के पास तड़के करीब 3 बजे बरेली पुलिस की भिड़ंत हो गई। एनकाउंटर में SOG टीम और तीन थानों की संयुक्त फोर्स शामिल रही, जबकि एक अन्य बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला।
एसएसपी अनुराग आर्य की सटीक खुफिया सूचना और त्वरित कमांड पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की।
जैसे ही डकैत के ठिकाने की पुष्टि हुई, पुलिस ने दबिश दी तो बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। बिना झिझक कप्तान की टीम ने गोलियों से जवाब दिया, और कुछ ही मिनटों में कुख्यात डकैत जमीन पर ढेर पड़ा था।
मुठभेड़ में SOG के हेड कॉन्स्टेबल राहुल सिंह गोली लगने से घायल हुए, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए भेजा गया।
मारा गया अपराधी थाना बिथरी चैनपुर की डकैती में वांछित था। उस पर 7 जिलों में 19 संगीन मुकदमे दर्ज थे । जिनमें 4 हत्या और डकैती के मामले शामिल हैं। 2006 में फरीदपुर के पचौमी मंदिर के पुजारी की हत्या और लूट में यह मुख्य आरोपी था। 2012 में बाराबंकी पुलिस कस्टडी से फरार होकर यह कई साल तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहा।
कभी ₹50,000 का इनामी रहा यह अपराधी बढ़ती वारदातों के बाद ₹1,00,000 का मोस्ट वांटेड बन चुका था।
पुलिस रिकॉर्ड बताता है कि यह गिरगिट की तरह चेहरा बदलता था।
कभी इफ्तेखार, तो कभी धूम, लड्ढे, सोल्जर, लोधा, शाकिर, रोहित और शैतान बनकर वारदातें करता था।
स्थायी पता बरी चौक, कादरगंज रोड, कासगंज जबकि अस्थायी ठिकाना भूपखेड़ी, टीला मोड़, गाजियाबाद था।
हर अपराध के बाद यह नया नाम और नया ठिकाना चुनता, ताकि पुलिस की पकड़ से दूर रहे।
मुठभेड़ स्थल से 32 बोर की पिस्टल, दो मैगजीन, 17 जिंदा कारतूस, ₹28,000 नकद, मोबाइल और बिना नंबर की बाइक बरामद हुई। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि फरार साथी की तलाश में कंबिंग ऑपरेशन जारी है।
उन्होंने कहा कि अपराधियों को चेतावनी है। जो कानून से टकराएगा, उसका अंजाम यही होगा। बरेली अब डर की नहीं, कानून की चलेगी।
लंबे समय के बाद बरेली में हुआ यह एनकाउंटर पुलिस की सख्त कार्यशैली का प्रतीक बन गया है। एसएसपी अनुराग आर्य की जांबाज़ी और निर्णायक नेतृत्व ने अपराध जगत में सनसनी फैला दी है।
जनता के बीच यह चर्चा आम हो गई है कि अब बरेली में अपराध नहीं, कानून की बंदूक बोलेगी। बरेली में बड़ा बाईपास पर लूट के बाद 2019 में हुए डबल एनकाउंटर के बाद अब पुलिस के द्वारा एनकाउंटर हुआ है।
Updated on:
09 Oct 2025 09:36 am
Published on:
09 Oct 2025 08:29 am
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