
बरेली। किला सब स्टेशन पर हुई शराब पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। वीडियो में दिख रहे कर्मचारियों के खिलाफ विभाग ने कार्रवाई की, लेकिन कार्रवाई के तरीके ने विभाग की फजीहत बढ़ा दी। जांच में दो कर्मचारियों को दोषी करार दिया गया, जबकि तीन कर्मचारियों को क्लीनचिट दे दी गई।
मामला गंगा स्नान के दिन की छुट्टी के दौरान किला सब स्टेशन में सरकारी और संविदा कर्मचारियों द्वारा आयोजित शराब पार्टी का है। वायरल वीडियो के बाद मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश ने शहरी क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता ब्रह्मपाल से रिपोर्ट तलब की थी। ब्रह्मपाल ने जांच के लिए दो सदस्यीय अधिशासी अभियंता कमेटी बनाई।
जानकारी के अनुसार, जांच में शुरू से ही कुछ कर्मचारियों को बचाने का प्रयास किया गया। कमेटी को रिपोर्ट एक दिन में तैयार करने के लिए कहा गया था, लेकिन रिपोर्ट 15 दिन बाद भी पूरी नहीं हुई। बाद में मुख्य अभियंता की नाराजगी के बाद रिपोर्ट में दो कर्मचारियों को दोषी और तीन कर्मचारियों को क्लीनचिट दे दी गई। सूत्रों के अनुसार, टीजी 2 मनोज कुमार को निलंबित कर दिया गया है जबकि उनकी संविदा समाप्त कर दी गई। वहीं टीजी2 श्याम सुंदर, विशाल मिश्रा, संविदा कर्मचारी विशाल सक्सेना और विजयपाल को सिर्फ चेतावनी दी गई।
विभाग में इस कार्रवाई को लेकर चर्चा तेज है। सवाल यह उठ रहा है कि वीडियो में सभी कर्मचारी एक साथ दिखाई दे रहे थे, तो केवल दो पर कार्रवाई क्यों हुई और तीन को क्यों बचाया गया। खबर है कि एक संविदा कर्मचारी, जो अधिशासी अभियंता का खास है, ने कमेटी को पैसे देकर अपने साथियों को बचवाया। अब बिजली विभाग की यह कार्रवाई स्थानीय स्तर पर अपनों पर करम और गैरों पर सितम वाली जांच के रूप में चर्चा का विषय बन गई है।
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Published on:
20 Nov 2025 05:31 pm
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