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नगर निगम बवाल: दो दिन तक ठप रही सफाई व्यवस्था, एफआईआर के आश्वासन के बाद खत्म हुई हड़ताल, काम पर लौटे कर्मचारी

एबीवीपी कार्यकर्ताओं और नगर निगम कर्मचारियों के बीच हुई धक्का-मुक्की के बाद शुरू हुई सफाई कर्मियों की हड़ताल रविवार दोपहर आखिरकार खत्म हो गई।

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बरेली। एबीवीपी कार्यकर्ताओं और नगर निगम कर्मचारियों के बीच हुई धक्का-मुक्की के बाद शुरू हुई सफाई कर्मियों की हड़ताल रविवार दोपहर आखिरकार खत्म हो गई। नगर आयुक्त संजीव मौर्य, एससी/एसटी आयोग के सदस्य उमेश कठेरिया और भाजपा नेता मनोज थपलियाल के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने धरना समाप्त कर काम पर लौट आए। दो दिन से ठप पड़ी सफाई व्यवस्था बहाल होते ही शहरवासियों ने राहत की सांस ली।

गुरुवार को एबीवीपी की ओर से स्मार्ट सिटी ऑडिटोरियम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। शुक्रवार को कार्यक्रम के भुगतान और बिल की रसीद को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ता नगर निगम पहुंचे थे। रसीद न मिलने पर उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसी दौरान कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक और धक्का-मुक्की हो गई थी। इसके बाद नाराज सफाई कर्मचारियों ने निगम परिसर में टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। दो दिनों तक चले इस आंदोलन के दौरान पूरे शहर में कूड़े के ढेर लग गए और गलियों से लेकर बाजारों तक बदबू फैल गई।

रविवार सुबह भी कर्मचारी नगर निगम परिसर में धरने पर डटे रहे और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर व गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। रविवार दोपहर करीब 1 बजे नगर आयुक्त संजीव मौर्य, आयोग सदस्य उमेश कठेरिया और भाजपा नेता मनोज थपलियाल धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि हंगामा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की और तुरंत अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई कार्य शुरू कर दिया। दो दिन से जाम पड़ी सफाई व्यवस्था पटरी पर लौटते ही शहर की गलियों और बाजारों से कूड़ा उठना शुरू हुआ।