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डेलापीर तालाब से हटेगा कब्जा, मकानों पर चस्पा किए नोटिस, 15 दिन में खाली न करने पर चलेगा बुलडोजर

डेलापीर तालाब की जमीन पर वर्षों से बने अवैध मकानों पर अब बुलडोजर चलने की नौबत आ गई है। नगर निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए तालाब की भूमि पर कब्जा करने वालों को नोटिस जारी कर दिया है।

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मकानों पर नोटिस चस्पा करती टीम (फोटो सोर्स: पत्रिका)

बरेली। डेलापीर तालाब की जमीन पर वर्षों से बने अवैध मकानों पर अब बुलडोजर चलने की नौबत आ गई है। नगर निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए तालाब की भूमि पर कब्जा करने वालों को नोटिस जारी कर दिया है।

निगम की टीम ने गुरुवार को मौके पर पहुंचकर करीब दस मकानों पर नोटिस चस्पा किए और कब्जेदारों को चेतावनी दी कि 15 दिन के भीतर मकान खाली कर दें, अन्यथा बुलडोजर चलाकर निर्माण ध्वस्त कर दिया जाएगा।

नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य के मुताबिक, डेलापीर तालाब की जमीन पर लंबे समय से अतिक्रमण कर पक्के मकान खड़े कर दिए गए हैं, जिससे तालाब की प्राकृतिक संरचना और जलस्रोत पर असर पड़ा है। अब निगम ने तालाब को उसकी मूल स्थिति में लाने का अभियान तेज कर दिया है। आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि यह कार्रवाई उच्च न्यायालय के निर्देशों और पर्यावरण संरक्षण की नीति के तहत की जा रही है। उन्होंने कहा कि तालाब जनहित की संपत्ति है, इसे किसी भी कीमत पर कब्जे में नहीं रहने दिया जाएगा। अवैध निर्माण हटाने में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।

जारी नोटिस में कब्जाधारियों को 15 दिन की मोहलत दी गई है। इस अवधि में उन्हें स्वयं कब्जा हटाकर नगर निगम को लिखित सूचना देनी होगी। तय समय के बाद यदि कब्जा बरकरार मिला तो निगम न केवल बुलडोजर चलाएगा, बल्कि अतिक्रमण हटाने में आया खर्च भी कब्जेदारों से वसूल करेगा। साथ ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। नगर निगम ने साफ कर दिया है कि तालाब की भूमि को अतिक्रमणमुक्त कर पर्यावरणीय दृष्टि से सुरक्षित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।