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नगर निगम ने रोका भुगतान, ठेकेदार ने छोड़ा नाले का काम, ट्रांसफार्मर भी बना बाधा, जाने क्या बोले नगर आयुक्त और ठेकेदार

वार्ड 40 सतीपुर में आरसीसी नाला निर्माण अधूरा छोड़ने पर नगर निगम द्वारा एफडीआर जब्त करने और ठेकेदार की फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की संस्तुति भेजे जाने के बाद मामला गर्मा गया है। विभाग की कार्रवाई के बाद अब ठेकेदार अनवार हुसैन खुलकर सामने आ गए हैं।

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बरेली। वार्ड 40 सतीपुर में आरसीसी नाला निर्माण अधूरा छोड़ने पर नगर निगम द्वारा एफडीआर जब्त करने और ठेकेदार की फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की संस्तुति भेजे जाने के बाद मामला गर्मा गया है। विभाग की कार्रवाई के बाद अब ठेकेदार अनवार हुसैन खुलकर सामने आ गए हैं। ठेकेदार अनवार हुसैन ने पलटवार करते हुए दावा किया है कि नाले का काम उन्होंने लापरवाही से नहीं, बल्कि विभाग द्वारा वर्षों से भुगतान न करने और नाले के ऊपर लगे भारी ट्रांसफार्मर की वजह से रोका गया है।

उन्होंने नगर निगम अधिकारियों पर वर्षों से भुगतान रोककर उत्पीड़न करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। ठेकेदार ने कहा कि बिना बकाया चुकाए कैसे काम पूरा कर दूँ? विभाग खुद जिम्मेदारी से बच रहा है। ठेकेदार ने कहा कि वह काम रोकना नहीं चाहते, लेकिन विभाग भुगतान रोके बैठा है। उन्होंने कहा बकाया बिलों का भुगतान करें, मैं तुरंत नाला निर्माण पूरा कर दूँगा।

ट्रांसफार्मर का ढाँचा नाले पर झुका, खुदाई शुरू होते ही गिर सकता है

अनवार हुसैन ने नाले के अधूरे हिस्से को लेकर कहा कि ट्रांसफार्मर नाले की दीवार से सटा हुआ है और खुदाई शुरू होते ही गिरने का खतरा है। उन्होंने विभाग से लिखित आश्वासन मांगा है कि दुर्घटना की स्थिति में उनकी जिम्मेदारी तय न की जाए।

नाला निर्माण का बड़ा हिस्सा पूरा, फिर भी टेस्टिंग–रायल्टी के नाम पर रोक

अनवार हुसैन ने दावा किया कि सतीपुर से पीलीभीत बाईपास चौराहे तक नाले का अधिकांश निर्माण पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि माप पुस्तिका में माप दर्ज है, टेस्टिंग रिपोर्ट और रायल्टी न जमा करने का आरोप गलत है। वहीं साइट का सैंपल अवर अभियंता खुद ले गए थे। ठेकेदार का यह भी कहना है कि टेस्टिंग से जुड़े दस्तावेज उनसे कभी मांगे ही नहीं गए।

तीन-तीन साल पुराने बिल लंबित, मानसिक उत्पीड़न झेल रहा हूँ

अपने विस्तृत प्रार्थना पत्र में ठेकेदार ने लिखा कि अनुबंध की शर्तों के अनुसार मासिक भुगतान होना था, लेकिन विभाग ने 2022 से लेकर अब तक कई कार्यों के बिल लंबित रखे हैं। ठेकेदार का कहना है कि नाला निर्माण कार्य सहित नाला सफाई, शौचालय निर्माण और सीसी रोड जैसे अनेक कार्य पूरे कर दिए गए, पर बिलों का निस्तारण आज तक नहीं हुआ। उन्होंने कहा भुगतान नहीं कर रहे, उल्टा ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दे रहे हैं। यह साफ उत्पीड़न है।

2022 में पूरे किए सफाई कार्य, 2025 तक भुगतान नहीं

ठेकेदार ने बताया कि जोन 03 व 04 तथा वार्ड 53 व 79 में नाला सफाई के कार्य मई 2022 में अंतिम रूप से पूरे किए गए थे। परफार्मेंस गारंटी और जमानत राशि वापस होने के बावजूद अंतिम भुगतान आज तक नहीं हुआ। उन्होंने कहा तीन साल पुराने कार्यों का भुगतान रोकना समझ से परे है। प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि हजियापुर वार्ड 15 में शौचालय निर्माण, मोहल्ला सिकलापुर में दशवां स्थल निर्माण, शिव मंदिर से नरेश वाल्मीकि मकान तक सीसी रोड व नाली इन सभी कार्यों के फोटो, रायल्टी और अन्य अभिलेख उपलब्ध कराने के बावजूद भुगतान रुका हुआ है।

विभाग बनाम ठेकेदार: मामला उलझा, विवाद और गहराया

नगर निगम ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है, जबकि ठेकेदार विभाग पर बकाया रोकने और ब्लैकलिस्ट करने की धमकी देकर दबाव बनाने का आरोप जड़ रहे हैं। अब मामला आरोप–प्रत्यारोप में बदल चुका है और दोनों पक्षों की तरफ से अपनी–अपनी दलीलें सामने आ रही हैं। आगे इस विवाद में क्या कदम उठाए जाएंगे, अब सबकी नजरें निगम प्रशासन पर टिकी हैं।

नगर आयुक्त का बयान

नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने ठेकेदार के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि काम रोकने का ट्रांसफार्मर से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब ठेकेदार अपना कार्य पूरा कर देगा, तो भुगतान भी समय से कर दिया जाएगा।


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