CG Cabinet: दुर्ग जिला अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही राज्य व केंद्र की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखता आया है। हालांकि विभाजन के चलते जिले का दायरा सिकुड़ता गया, लेकिन राजनीतिक कद कम नहीं हुआ। ( CG News ) यह पहली बार है जब हाईप्रोफाइल दुर्ग जिले को राज्य सरकार में मंत्री पद के लिए करीब डेढ़ साल इंतजार करना पड़ा। दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव के मंत्री बनने के साथ यह इंतजार खत्म हुआ।
केंद्र की राजनीति में चंदूलाल चंद्राकर और मोतीलाल वोरा जैसे बड़े कद के नेता रहे। चंद्राकर केंद्र में मंत्री के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी थे। वोरा केंद्र में मंत्री के साथ कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे। वे जिले के एकमात्र नेता हैं, जो मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री व उत्तरप्रदेश के राज्यपाल भी रहे। अब भाजपा से डॉ. सरोज पांडेय केंद्र में संगठन में सक्रिय हैं। वे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
राज्य विभाजन के बाद छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की सरकार बनी। रवींद्र चौबे, भूपेश बघेल, ताम्रध्वज साहू कैबिनेट के सदस्य रहे। डॉ. रमन सिंह की सरकार में हेमचंद यादव मंत्री और प्रेमप्रकाश पांडेय विधानसभा अध्यक्ष रहे। दयालदास बघेल भी मंत्री रहे। कांग्रेस की सत्ता आई तो भूपेश बघेल मुख्यमंत्री और ताम्रध्वज साहू गृहमंत्री रहे। गुुरु रुद्रकुमार व रवींद्र चौबे भी मंत्री बने।
गजेंद्र यादव के मंत्री बनने पर बुधवार को सुबह उनके निवास में बधाई देने वालों को तांता लगा रहा। पत्रिका से संक्षिप्त बातचीत में गजेंद्र यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सुशासन की सरकार है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में वे छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि सपनों को साकार करने की राह में, जनता का विश्वास सबसे बड़ा संबल है। नई दिशा, नए संकल्प के साथ छत्तीसगढ़ की सेवा ही मेरा धर्म है।
आज जो जिम्मेदारी मुझे छत्तीसगढ़ शासन में कैबिनेट मंत्री के रूप में मिली है, वह सबके विश्वास, आशीर्वाद और नेतृत्व के मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गृहमंत्री अमित शाह, विष्णु देव साय,विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव समेत सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार जताया। शाम को अपने गृहग्राम अहिवारा पहुंचे और अपने पिता बिसरा राम यादव और बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद लिए।
राजनीतिक मचंद यादव मंत्री और प्रेमप्रकाश पांडेय विधानसभा अध्यक्ष रहे। दयालदास बघेल भी मंत्री रहे, लेकिन जिले के विभाजन के बाद वे बेमेतरा जिले के हो गए। कांग्रेस की सत्ता आई तो भूपेश बघेल मुयमंत्री और ताम्रध्वज साहू गृहमंत्री रहे। गुुरु रुद्रकुमार व रवींद्र चौबे भी मंत्री बने। चौबे का साजा विधानसभा क्षेत्र अब बेमेतरा जिले में है, लेकिन दुर्ग जिले का एक क्षेत्र साजा विधानसभा में शामिल है।
भाजपा ने वर्ष 1999 में दुर्ग नगर निगम चुनाव में उन्हें कचहरी वार्ड से प्रत्याशी बनाया। गजेन्द्र पांच बार के पार्षद व उपमहापौर रहे खेमलाल सिन्हा को हराकर चर्चा में आए। गजेंद्र के नेतृत्व में राजनांदगांव के सोमनी में आयोजित स्काउट गाइड जंबूरी में 23 हजार बच्चों ने कर्मा नृत्य कर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।
दुर्ग शहर विधानसभा से जिस कांग्रेस नेता अरुण वोरा को पराजित कर हेमचंद यादव मंत्री बने, उसी नेता को पिछले चुनाव में गजेंद्र ने भी पराजित किया। अब गजेंद्र भी मंत्री बन गए।
भाजपा ने वर्ष 1999 में दुर्ग नगर निगम चुनाव में उन्हें कचहरी वार्ड से प्रत्याशी बनाया। गजेन्द्र पांच बार के पार्षद व उपमहापौर रहे खेमलाल सिन्हा को हराकर चर्चा में आए। गजेंद्र के नेतृत्व में राजनांदगांव के सोमनी में आयोजित स्काउट गाइड जंबूरी में 23 हजार बच्चों ने कर्मा नृत्य कर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।
नाम - गजेन्द्र यादव
दर्जा - कैबिनेट मंत्री
विभाग- स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी कार्य
पिता- बिसरा राम यादव
माता- कौशल्या बाई यादव
जन्मतिथि- 15/06/1978
शिक्षा- राजनीतिक शास्त्र में एमए
व्यवसाय- कृषक
पता- विद्युत नगर दुर्ग
राज्य मुख्य आयुक्त - स्काउट गाइड
21 वर्ष की आयु में अविभाजित मध्यप्रदेश के सबसे कम उम्र के पार्षद बने
वर्ष 1998 में भाजपा के वार्ड अध्यक्ष बने।
Published on:
21 Aug 2025 02:35 pm