
नवरात्रि पर रोज होती हैं बेटियों की पूजा (Photo Patrika)
Navratri 2025: नवरात्रि पर देवी मंदिरों में देवी प्रतिमाओं की पूजा की जाती है, लेकिन दुर्ग में ऐसा भी मंदिर है, जहां देवी माता के साथ हर दिन बेटियों की भी पूजा की जाती है। सत्ती चौरा स्थित दुर्गा मंदिर में बेटियां की पूजा के साथ उन्हें भोज भी कराया जाता है और रक्षा के संकल्प के साथ उन्हें शिक्षण सामग्री भी भेंट किया जाता है। विशेषकर अष्टमी के दिन 56 भोग सजाया जाता है और इसके बाद 3000 से अधिक बेटियों को भोज कराया जाता है। यह परंपरा सालों से चली आ रही है।
सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर समिति के सदस्य बंटी शर्मा के मुताबिक यह प्रदेश का एकमात्र मंदिर है, जहां क्वांर नवरात्रि पर्व के अवसर पर पूरे 9 दिवस 208 कन्या माताओं का पूजन करके भोज कराया जाता है।
समिति के अर्जित शुक्ला ने बताया कि पंडाल में रोजाना दोपहर 12 बजे कन्या पूजन किया जाता है। जिसमें प्रतिदिन अलग-अलग सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों को आमंत्रित किया जाता है। स्कूलों को गाड़ियां भेजकर उन्हें लाने का प्रबंध किया जाता है। इन बेटियों की पूजन कर भोज कराया जाता है।
इसके बाद उन्हें भेंट में शिक्षण सामग्री व घर उपयोग की सामग्री बैग, वाटर बॉटल, टिफिन सेंट, ड्राइंग बुक, पेंसिल, रबर, शॉपनर, कॉपी, पेन, बॉक्स, 9 प्रकार के फल आदि भेंट किए जाते हैं। समिति का मानना है कि बेटियां अगर शिक्षित होंगी तो समाज भी शिक्षित होगा।
मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार अष्टमी पर 30 सितंबर को दोपहर 12 बजे माताजी को 56 भोग लगाया जाएगा। वहीं शाम 7 बजे महाआरती के साथ 56 भोग की आकृषित साज-सज्जा की जाएगी। इसके बाद पूरे मंदिर परिसर को फलों से सजाया जाएगा। जिसे बाद में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा।
बंटी शर्मा ने बताया कि इस बार 2 अक्टूबर को कन्या भोज कराया जाएगा। इसके लिए बेटियों को आमंत्रण दिया जा रहा है। कन्याभोज के लिए बेटियां को गंजपारा में बुलाया जा रहा है। यहां से बेटियों को शोभायात्रा के साथ मंदिर परिसर लाया जाएगा और भोज कराया जाएगा और उपहार देकर विदा किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि 3000 कन्याओं को भोज कराया जाएगा।
Published on:
30 Sept 2025 12:39 pm
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