
Diarrhea in CG: खुर्सीपार क्षेत्र में डायरिया का कहर अब भी जारी है। रविवार व सोमवार की दरम्यानी रात को 34 साल के एक युवक की मौत हो गई। इस तरह अब तक डायरिया से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 23 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित मिले हैं। निगम प्रशासन का कहना है कि पानी के 18 सैंपल की जांच करवाई गई। रिपोर्ट के अनुसार पानी में कोई गड़बड़ी नहीं है, लेकिन एक सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट में कालरा की पुष्टि हुई है।
खुर्सीपार के वार्ड 51 के निवासी भुवन यादव(34 साल) को दोपहर में तबियत बिगड़ी। इसके बाद उसे सिविल हॉस्पिटल, सुपेला में दाखिल किया गया। यहां रात करीब 10 बजे तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, तो सिविल हॉस्पिटल, सुपेला से जिला अस्पताल, दुर्ग रेफर किया गया। जहां रविवार और सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि इस बीच उसे घर से लेकर जिला अस्पताल जाने तक करीब 10 बार दस्त हुआ। 2 बार उल्टी भी हुई। इधर नोडल अधिकारी मौत की वजह हाइपर टेंशन को बता रहे हैं।
इसके पहले चंद्र कुमार जंघेल को दोपहर में 6 बार उल्टी और दस्त हुआ। उसके बेटे शुभम उन्हें कार में भिलाई नर्सिंग होम ले गया। जहां उनकी तबीयत बिगड़ती देख, चिकित्सक ने दूसरे अस्पताल लेकर जाने सलाह दिया। तब वे बीएम शाह अस्पताल ले गए। वहां जाने पर जांच कर बताया कि उनका निधन हो गया है। उनकी मौत के तीन दिन बाद उनके बड़े भाई शिवाजी नगर, खुर्सीपार निवासी उमेदी राम डायरिया की चपेट में आ गया। उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी भी मौत हो गई। दोनों की मौत की वजह जिले के नोडल अधिकारी डायरिया नहीं मान रहे हैं।
राजेंद्र प्रसाद नगर, वार्ड 51 में 1 साल के बालक को उल्टी दस्त के बाद परिजन निजी अस्पताल ले गए। इसी तरह से एक महिला बिजली रात्रे 58 साल को खुर्सीपार सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। वहां से सिविल हॉस्पिटल, सुपेला में दाखिल किया गया है। इसके अलावा योगिता सोनवानी 15 साल, शेखर सोनवानी 19 साल भी डायरिया से पीड़ित है। इन लोगों को घर पर दवाई दी गई। दोनों ही निगम के नल से पानी लेकर उपयोग करते हैं। नगर निगम भिलाई और स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे करने में जुटी है। उल्टी दस्त से मौत होने के बाद भी, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मौत की वजह डायरिया नहीं है।
खुर्सीपार में डायरिया 24 सितंबर से फैला है। अब तक करीब 23 मरीज मिले हैं।सभी की स्थिति सामान्य है। एक निजी अस्पताल में दाखिल है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर सर्वे कर रही है। डायरिया से जिला में कोई मौत नहीं हुई है। पानी का दो सैंपल स्टूल जांच के लिए रायपुर भेजा गया था जिसमें कालरा की पुष्टि हुई है।
डॉ. सीबीएस बंजारे, जिला सर्विलेंस अधिकारी, आईडीएसपी
Updated on:
30 Sept 2025 04:21 pm
Published on:
30 Sept 2025 04:20 pm
बड़ी खबरें
View Allभिलाई
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
