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विवादित जांच आदेशों की जलाई होली, पंचायती राज मंत्रालयिक कर्मचारियों का उग्र प्रदर्शन

पदोन्नति में भेदभाव, कैडर रिव्यू लंबित, सरकार से शीघ्र समाधान की मांग

Holi of controversial investigation orders was celebrated, fierce protest by Panchayati Raj ministerial employees
Holi of controversial investigation orders was celebrated, fierce protest by Panchayati Raj ministerial employees

राज्य के पंचायती राज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के प्रदेशव्यापी आह्वान पर गुरुवार को भीलवाड़ा में संगठन की जिला शाखा ने प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष शोभालाल तेली के नेतृत्व में जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर पंचायती राज विभाग की ओर से जारी किए गए विवादित जांच आदेशों की होली जलाकर विरोध जताया गया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि मंत्रालयिक संवर्ग के साथ हो रहे भेदभाव को शीघ्र समाप्त कर उन्हें न्याय दिया जाए। साथ ही कैडर रिव्यू की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। इससे योग्य कर्मचारियों को उनका हक मिल सके।

पदोन्नति में अनुपात का उल्लंघन

संगठन की जिला परिषद इकाई अध्यक्ष भानुप्रकाश प्रजापत ने बताया कि मंत्रालयिक संवर्ग के पदोन्नति पदों को लेकर वित्त विभाग ने स्पष्ट नॉर्म्स निर्धारित कर रखे हैं, जिनके अनुसार पद सृजित किए जाने चाहिए। राजस्थान सरकार के अधीनस्थ अधिकांश विभागों में ये नॉर्म्स लागू हैं, लेकिन पंचायती राज विभाग में इनका गंभीर उल्लंघन हो रहा है। वर्तमान में विभाग में पदोन्नति का अनुपात लगभग 80:20 है, जबकि यह संतुलित अनुपात होना चाहिए। इससे न केवल कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है, बल्कि योग्य कार्मिकों को उनके अधिकार से वंचित भी किया जा रहा है।

कैडर रिव्यू फाइल दो माह से लंबित

प्रजापत ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से बजट घोषणा में मंत्रालयिक कर्मचारियों के कैडर रिव्यू की बात कही गई थी। विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को पत्रावली भेजी, लेकिन वित्त विभाग ने बिना कारण के उसे लौटा दिया। दो माह से यह फाइल पंचायती राज विभाग में लंबित है। इससे कर्मचारियों की पदोन्नति प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।

2013 की भर्ती को लेकर बार-बार जांच आदेश

प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में हुई कनिष्ठ लिपिक भर्ती को लेकर विभाग बार-बार जांच आदेश जारी कर रहा है। इससे इस भर्ती से जुड़े कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही सम्पन्न हुई थी, फिर भी अनावश्यक जांच से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। प्रदर्शन के दौरान मंत्रालयिक कर्मचारियों में पवन शर्मा, राजेश काबरा, प्रमोद जैन, गिरीराज व्यास, भैरू खटीक, मनीष भट्ट, कृष्ण गोपाल छापरवाल, सुनीता अरोड़ा, बबली लढ़ा, सुमन टेलर, सुगना कंवर, शैलेन्द्र राजावत, दीक्षा मीणा, अंजना तंबोली, रेखा पनवा, हीरामणी मूंदड़ा, अभिषेक न्याती, बलवीर सिंह, निरंजन बूलिया व शैलेन्द्र सिंह सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।