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भीलवाड़ा में लिफ्ट में फंसने से मासूम की मौत, चीखें सुनते रह गए पिता और दादा

कोठी फील्ड में व्यवसायी विनोद झंवर की दुकान में लगी खुली लिफ्ट में फंसने से उनकी आठ वर्षीय मासूम पौत्री आशी झंवर की मौत हो गई। शोभित झंवर की पुत्री आशी तीसरी मंजिल पर लिफ्ट से उतर रही थी कि अचानक खुली लिफ्ट नीचे की ओर चल पड़ी।

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Bhilwara

आशी झंवर (फोटो- पत्रिका)

शाहपुरा (भीलवाड़ा): कोठी फील्ड स्थित व्यवसायी विनोद झंवर की दुकान में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। दुकान में लगी खुली लिफ्ट में फंसने से आठ वर्षीय मासूम आशी झंवर की मौत हो गई। आशी, शोभित झंवर की पुत्री और विनोद झंवर की पौत्री थी।

जानकारी के अनुसार, आशी तीसरी मंजिल पर लिफ्ट से उतर रही थी कि अचानक लिफ्ट नीचे की ओर चल पड़ी। इस दौरान वह लिफ्ट और दीवार के बीच फंस गई। बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर पिता और दादा तुरंत ऊपर पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

आसपास के लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।

यह हादसा खुली लिफ्टों के खतरों को उजागर करता है। कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में बेसमेंट से ऊपरी मंजिल तक सामान ढोने के लिए बिना दीवारों और दरवाजों की खुली लिफ्टें लगाई जाती हैं। ऐसी लिफ्टें सुरक्षा मानकों पर खरी नहीं उतरतीं और कई बार हादसों का कारण बनती हैं।

चलते समय व्यक्ति का कोई अंग या कपड़ा फंस जाने से कुचलने, गंभीर चोट या मौत तक की संभावना रहती है। बच्चों के लिए ये लिफ्टें और भी ज्यादा खतरनाक होती हैं, क्योंकि वे उत्सुकता में इनके किनारों पर खड़े हो जाते हैं। इन लिफ्टों में सुरक्षा कवच, दरवाजे और ऑटो-स्टॉप सिस्टम लगाना आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को टाला जा सके।