
kailash vijayvargiya- File pic
MP Vidhansabha- मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। शुक्रवार को सत्र के अंतिम दिन कांग्रेस विधायकों ने सिंगरौली में लाखों पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाते हुए नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया। हालांकि वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने जवाब देते हुए कहा कि पेड़ों की कटाई नियमों के मुताबिक ही की गई है लेकिन कांग्रेस पक्ष इससे संतुष्ट नहीं हुआ। इधर राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने विधानसभा का सत्र करते समय शादियों की तिथि देखने की विधानसभाध्यक्ष से अपील की।
कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि सिंगरौली में 6 लाख पेड़ों की अवैध कटाई की गई। वहां से पेड़ काटकर सागर और शिवपुरी में लगाने पर भी उन्होंने सवाल उठाया। विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि अडाणी को खुश करने लिए आदिवासियों के पेड़ काटे गए हैं। कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी अडाणी समूह के लिए पेड़ काटे जाने का आरोप लगाया।
प्रदेश के वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कांग्रेस विधायकों के आरोपों पर सरकार का पक्ष पेश किया। उन्होंने पेड़ कटाई को वैध बताया। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि जितने पेड़ काटे जा रहे हैं उतना ही पौधारोपण भी किया जा रहा है।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र महज 5 दिनों का है। इसपर कांग्रेस ने आपत्ति भी जताई थी। इस बीच प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास विभाग व संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सत्र के संबंध में एक अजीबोगरीब बयान दिया। उन्होंने शादियां देखकर सत्र तय करने की बात कही। वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से इसके लिए बाकायदा आग्रह किया है। उनका कहना है कि विधायकों, मंत्रियों को अपने क्षेत्रों में शादी समारोहों में भी जाना पड़ता है। सत्र तय करते समय इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
सदन में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रश्नकाल में प्राय: विधायक अनुपस्थित रहते हैं। पारिवारिक शादियों के कारण विधायक विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाते। अगली बार विधानसभा सत्र में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि ज्यादा शादियां न हों।
Updated on:
05 Dec 2025 04:00 pm
Published on:
05 Dec 2025 02:40 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
