MP Weather: एमपी के कई जिलों में पिछले पांच दिनों से बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। लगातार मानसून ट्रफ ऊपर की ओर जा रही है, जो अब हिमालय की तराई के आसपास पहुंच गई है। अभी कोई मजबूत सिस्टम भी नहीं है, ऐसे में अगर एक दो दिनों ट्रफ लाइन नीचे नहीं आई तो ब्रेक लंबा चल सकता है और झमाझम बारिश के लिए एक सप्ताह तक इंतजार करना पड़ सकता है।
बीते दिन रीवा और सतना में बौछारें पड़ी, जबकि शेष जगह कहीं भी बारिश दर्ज नहीं की गई। धूप और उमस से तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। सिर्फ पचमढ़ी 28.2 डिग्री को छोडक़र शेष प्रदेश में तापमान 30 से 35 डिग्री के बीच बना हुआ है।
मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि इस समय मानसून ट्रफ का पूर्वी हिस्सा अरुणाचल प्रदेश के आसपास फूड हिल्स हिमालय में है जबकि पश्चिमी हिस्सा फुटहिल्स के नजदीक है। बंगाल की खाड़ी में अभी कोई मजबूत सिस्टम नहीं है जिसके कारण बंगाल की खाड़ी से ट्रफ को करंट नहीं मिल रहा है इसके कारण बारिश की गतिविधियां प्रदेश में कमजोर हुई है, इसलिए अभी ब्रेक जैसी स्थिति बनी हुई है।
आने वाले दिनों में 8 अगस्त के आसपास एक सिस्टम बनने की संभावना है जिससे 28 जिलों में बारिश हो सकती है। साथ ही साथ 12 अगस्त के बाद दूसरी सिस्टम बंगाल की खाड़ी में बनने के आसार हैं जिससे प्रदेश में मौसम में एक बार फिर परिवर्तन की संभावना है।
इन दिनों प्रदेश में भले ही बारिश का दौर थमा हुआ है लेकिन जून, जुलाई में लगातार बारिश के चलते अब तक औसत से ज्यादा बारिश हुई है। पिछले पांच दिनों में बारिश का आंकड़ा छह फीसदी तक घटा है। 1 जून से अब तक प्रदेश में 728.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 44 फीसदी अधिक है, जबकि 1 अगस्त तक सामान्य से 50 फीसदी अधिक बारिश हुई।
विभाग के मुताबित प्रदेश के ग्वालियर, राजगढ़, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मुरैना और श्योपुर में बारिश का अलर्ट है। हालांकि यहां सामान्य से 50% तक ज्यादा पानी गिर चुका है। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, भोपाल, बुरहानपुर, जबलपुर और आगर-मालवा में भी बारिश हो सकती है।
Published on:
06 Aug 2025 05:45 pm