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इन अफसरों को एक साथ बड़ी जिम्मेदारी, मिली मनचाही पोस्टिंग भी लेकिन…

MP News: प्रदेश में बीते कुछ महीने से पति-पत्नी आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अफसरों को एक साथ बड़ी जिम्मेदारी और मनचाही पोस्टिंग मिल रही है। सरकार ने भले ही मनचाही पोस्टिंग दी हो, लेकिन आउटपुट नहीं मिलने पर सीएम मोहन यादव(CM Mohan Yadav) ने सख्ती से कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।

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MP News CM Mohan Yadav

MP News CM Mohan Yadav (फोटो सोर्स : @DrMohanYadav51)

हरिचरण यादव

MP News: प्रदेश में बीते कुछ महीने से पति-पत्नी आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अफसरों को एक साथ बड़ी जिम्मेदारी और मनचाही पोस्टिंग मिल रही है। जिन्हें एक शहर में तैनात करना संभव नहीं है, ऐसे मामलों में इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि दोनों का मुख्यालय कम से कम दूरी पर हों या दोनों जिलों की सीमा आपस में सटी हो। सरकार ने हाल में आइएएस संस्कृक्ति जैन के विषय में ऐसा ही निर्णय लिया। उन्हें भोपाल नगर निगम आयुक्त बनाया, जबकि उनके आइ‌पीएस पति पहले से भोपाल में पदस्थ हैं। ऐसा एक नहीं है, बल्कि बीते एक साल में 20 से ज्यादा उदाहरण हैं जिसमें अफसर(IAS IPS IFS Officer) पति-पत्नी को मनचाही पोस्टिंग दी गई।

सरकार का नया फॉर्मूला

सरकार की इसके पीछे मंशा है कि जब परिवार के सदस्य साथ में या कम दूरी पर रहेंगे तो संबंधित सदस्यों के काम करने की क्षमता बढ़ेगी। शासन को बेहतर आउटपुट मिल सकते हैं। आमतौर पर जब भी परिवार के सदस्य दूर-दूर सेवाएं देते हैं तो कई तरह की चिंता सताती है। यदि परिवार में माता पिता बुजुर्ग हो देखरेख के अभाव के कारण कई संकटों से जूझना पड़ता है। सरकार ने इन बातों को ध्यान में रखकर भले ही मनचाही पोस्टिंग दी हो, लेकिन आउटपुट नहीं मिलने पर सीएम ने सख्ती से कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।

तबादले में इन बातों का रखा ध्यान

  • पति-पत्नी अफसरों की पास तैनाती, ताकि परिवार एकजुट रहे।
  • पारिवारिक तनाव से हटकर अफसर आउटपुट बेहतर दें।
  • जनता को प्रशासनिक सहूलियतें मिलें।

सवाल उठे तो आम कर्मचारियों ने रखी मांग

विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह फॉर्मूला बड़े अफसरों पर लागू किया जा रहा है तो आम कर्मचारियों के मामलों में भी अपनाया जाना चाहिए। कई बार दोनों पति-पत्नी नौकरी में होने पर बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल मुश्किल हो जाती है। यदि सरकार आम वर्ग के लिए भी संवेदनशीलता दिखाए तो कर्मचारी वर्ग को भी राहत मिलेगी।

कुछ ऐसे भी मामले

  • इंदौरः बुरहानपुर अपर कलेक्टर सपना जैन को हाल ही में इंदौर भेजा गया। उनके पति अनुराग पहले से सेल टैक्स विभाग में पदस्थ हैं।
  • नर्मदापुरमः 2007 बैच की आइएफएस राखी नंदा को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की जिम्मेदारी मिली है, जबकि उनके पति अशोक कुमार नर्मदापुरम सीसीएफ हैं।
  • पन्नाः 2012 बैच के आइएएस अरुण परमार मुख्यमंत्री के अतिरिक्त सचिव हैं। पत्नी 2011 बैच की उषा परमार को पन्ना की कलेक्टरी दी गई है। वे पहली बार कलेक्टर की जिम्मेदारी संभालेंगी।
  • आइएएस अवार्डः राज्य प्रशासनिक सेवा के 16 अफसरों को आइएएस अवार्ड हुआ। इसमें राकेश कुशरे और नंदा भलावे कुशरे का नाम भी शामिल था। ये दोनों पति-पत्नी हैं।

इंदौर-बड़वानी: एक ही दिन दी पोस्टिंग

2013 बैच के आइएएस शिवम वर्मा को इंदौर और उनकी पत्नी 2016 बैच की जयति सिंह को बड़वानी का कलेक्टर एक ही दिन बनाया। दोनों जिलों की दूरी 160 किमी से कम है।

इंदौर-आगर मालवाः आसपास की पदस्थापना

2014 बैच के आइएएस दिलीप यादव को इंदौर निगम आयुक्त और पत्नी 2016 बैंच की प्रीति यादव को आगर मालवा का कलेक्टर बनाया। दोनों शहरों की दूरी 125 किमी है।

भोपालः पति-पत्नी अब एक साथ राजधानी में

2015 बैच की आइएएस संस्कृति जैन को भोपाल नगर निगम आयुक्त बनाया गया। उनके पति 2014 बैच के आइपीएस आशुतोष पहले से राजधानी में पदस्थ हैं।

जबलपुर-नरसिंहपुरः कलेक्टर की दी कमान

2013 बैच के आइएएस राघवेंद्र सिंह जबलपुर कलेक्टर बनाए गए। कुछ दिन बाद उनकी पत्नी रजनी को नरसिंहपुर का कलेक्टर बनाया। इन शहरों की दूरी 100 किमी से कम है।

ग्वालियरः नए दंपती को साथ जिम्मेदारी

2021 बैच के आइएएस टी. प्रतीक राव को ग्वालियर में नगर पालिका में अपर आयुक्त और पत्नी अनिशा श्रीवास्तव को औद्योगिक विकास निगम का कार्यकारी संचालक बनाया।