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अगले 48 घंटे ‘भारी बारिश’, जाते-जाते तरबतर करेगा मानसून

mp weather: मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अगले एक-दो दिन यानी 26 और 27 सितंबर में एमपी के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश (Heavy Rain) हो सकती है।

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मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट किया जारी (File Photo)

mp news: मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई शुरू हो गई और आने वाले दो-तीन दिनों में मानसून प्रदेश के करीब दर्जन भर जिलों से विदा हो जाएगा। लेकिन पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई होने में थोड़ा और वक्त लग सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक बन रहे नए सिस्टम और लोकल सिस्टम एक्टिव होने की वजह से अगले दो दिन यानी 26-27 सितंबर को प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हो सकती है। गुरुवार को मंडला-रीवा में अच्छी बारिश हुई है वहीं जबलपुर, उज्जैन, सिवनी, सीधी, सतना, उमरिया और बालाघाट में हल्की बारिश दर्ज की गई।

अगले 10 घंटों में इन जिलों में बारिश

मौसम विभाग ने गुरूवार को अगले 24 घंटे (शुक्रवार की सुबह 8.30 बजे) तक के लिए जो बुलेटिन जारी किया है उसमें मंडला और बालाघाट जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है तो वहीं भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा जिलों में झंझावत और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।

25-26 सितंबर को बन रहा नया सिस्टम

मौसम विभाग के मुताबिक भले ही प्रदेश के कुछ जिलों से मानसून वापस लौट गया है लेकिन प्रदेश के दक्षिण, पूर्वी हिस्से के साथ मध्यक्षेत्र के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई अक्टूबर के पहले हफ्ते या उसके बाद ही होने की संभावना है। इसका कारण एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण पूर्व मध्य और संलग्न उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर मध्य क्षोभमंडल स्तर में अवस्थित है। इसके प्रभाव में अगले 12 घंटों के दौरान उत्तर और संलग्न मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। लगभग पश्चिम की ओर बढ़ते हुए इसके 26 सितंबर को दक्षिण ओडिशा-उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों के पास उत्तर-पश्चिम और संलग्न पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवदाब में परिवर्तित होने की प्रबल संभावना है। इसके साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी एवं संलग्न दक्षिण ओडिशा-उत्तरी आंध्र प्रदेश तटों पर माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।