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मूंगफली की बंपर पैदावार: तीन करोड़ बोरी माल तैयार, ऐसे किसान को लग रही दो हजार रुपए प्रति क्विंटल की चपत

गरीब का मेवा यानि मूंगफली की बम्पर फसल खेत से अनाज मंडी में आने को तैयार खड़ी है। प्रदेश की सबसे बड़ी मूंगफली मंडी बीकानेर में करीब 15 हजार बोरी मूंगफली की रोजाना आवक शुरू हो गई है।

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अनाज मंडी में मूंगफली की ढेरी करते किसान। फोटो पत्रिका

बीकानेर। गरीब का मेवा यानि मूंगफली की बम्पर फसल खेत से अनाज मंडी में आने को तैयार खड़ी है। प्रदेश की सबसे बड़ी मूंगफली मंडी बीकानेर में करीब 15 हजार बोरी मूंगफली की रोजाना आवक शुरू हो गई है। क्षेत्र में इस साल करीब तीन लाख बोरी मूंगफली का उत्पादन रहने का अनुमान सामने आया है। प्रति बीघा उत्पादन भी 7 से 9 क्विंटल के बीच रह रहा है। परन्तु सरकारी समर्थन मूल्य (एमएसपी) 7263 रुपए प्रति क्विंटल और मंडी भाव में करीब दो हजार रुपए प्रति क्विंटल का अंतर है। सरकारी खरीद अभी शुरू नहीं हुई है। इसका सीधा नुकसान किसान को हो रहा है।

दीपावली पर मंडियों में मूंगफली की आवक जोर पकड़ जाएगी। बीकानेर में पैदा मूंगफली प्रदेशभर में काम आती है। पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, बिहार और उत्तरप्रदेश के व्यापारी भी खरीद कर ले जाते है। देश में गुजरात के बाद राजस्थान मूंगफली दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। बीकानेर प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी है। यहां से पड़ोसी देशों को मूंगफली निर्यात भी होती है। अभी पाकिस्तान से व्यापार बंद होने, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल के आर्थिक हालात ठीक नहीं होने का असर निर्यात पर पड़ रहा है। इस बार कनाडा, मलेशिया, इंडोनेशिया सहित कई देशों में मूंगफली निर्यात के अनुबंध व्यापारी कर रहे है।

इधर खरीद शुरू नहीं, उधर सरकार बेच रही

सरकारी खरीद कर मूंगफली को गोदामों में रखते है। बाद में बाजार महंगाई नियंत्रण के हिसाब से सरकार कम रेट पर वापस बेचती है। अब मूंगफली सीजन शुरू हो रहा है। दूसरी तरफ सरकार जमा पड़ी मूंगफली को बेच रही है। अभी पिछले साल की करीब 20 लाख बोरी अभी सरकार के पास है। इसे 5500 से 5900 रुपए के भाव पर बेचा जा रहा है। ऐसे में नई मूंगफली भी खुली बोली पर इस भाव से ऊपर नहीं जा रही। इसका खामियाजा भी किसान भुगत रहे है।

अकेली बीकानेर मंडी में सवा करोड़ बोरी

बीकानेर अनाज मंडी में इस साल सवा करोड़ बोरी मूंगफली की आवक रहने का अनुमान है। जिले की अन्य मंडियां ऊन मंडी, श्रीडूंगरगढ़, लूणकरनसर, नोखा, छतरगढ़, खाजूवाला, बज्जू, नापासर में भी 50 लाख बोरी से ज्यादा माल आएगा। आस-पास सरदारशहर, श्रीबिजयनगर, नागौर आदि में भी मूंगफली की आती है। गोटा-तेल मील वाले भी किसान से सीधी खरीद कर लेते है। स्थानीय खपत, सिकाई, बीज और किसान के स्टॉक को जोड़ने पर कुल आंकड़ा तीन करोड़ बोरी के आस-पास बैठता हैं।

बीकानेर मंडी में कारोबार पर एक नजर
अप्रेल 2024 से मार्च 2025 तक

कुल आवक - 20 लाख 18 हजार 429 क्विंटल

राशि - 101588.72 लाख रुपए

पिछले साल 70 लाख बोरी मूंगफली सरकार ने खरीदी

सीजन के लिए व्यवस्था पूरी

मूंगफली सीजन दीपावली के बाद जोर पकड़ेगा। स्ट्रीट लाइटें, कैमरे, ट्रैफिक नियंत्रण की व्यवस्था कर रहे है। किसानों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी मंडी में रहेगी। मूंगफली से मंडी और सरकार को बड़ा राजस्व मिलता है। ऐसे में किसानों को अधिकतम भाव और सरकारी खरीद में पारदर्शिता का पूरा प्रयास करेंगे।

  • उमेश चन्द्र शर्मा,मंडी सचिव बीकानेर

सीजन अच्छा, व्यवस्था सुदृढ़ हो

इस बार मूंगफली का उत्पादन और क्वालिटी दोनों अच्छी है। प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ कर सरकारी खरीद में पारदर्शिता की आवश्यकता है। दीपावली के बाद व्यापारी दो बोली सामांतर शुरू कर देंगे। रोजाना एक से सवा लाख बोरी की खरीद करेंगे। बोली में 80 से 100 व्यापारी रहेंगे, जिससे किसान को भाव सही मिल सके। पूरे क्षेत्र में मूंगफली उत्पादन का आंकड़ा ढाई से तीन करोड़ बोरी का आराम से रहेगा। बीकानेर मंडी के चारों गेट खोलने की आवश्यकता है। इस बार सरकार प्रति किसान 25 की जगह 40 क्विंटल मूंगफली खरीद करेगी। बंटाईदार भी माल बेच सकेंगे। अभी 4500 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव है। एमएसपी 7263 रुपए प्रति क्विंटल है। किसान को करीब दो हजार रुपए प्रति क्विंटल का नुकसान हो रहा है। बिचोलिए किसान से माल खरीद कर गलत तरीके से सरकारी खरीद में माल बेचने का प्रयास कर सकते है। सरकारी खरीद 15 अक्टूबर के बाद शुरू होने पर किसान को फायदा होगा।

मोतीलाल सेठिया
व्यापार अनाज मंडी, बीकानेर