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तालाबों का होगा पुनरुद्धार, बंद कुएं होंगे फिर से चालू

अमृत योजना के सेलो एक्विफर मैनेजमेंट के तहत तालाबों का पुनरुद्धार होगा व बंद कुए पुन: चालू होंगे। इस कार्य के लिए शहर में स्थित तीन तालाबों और सात कुओं का सर्वे हो चुका है। जल्द ही इसकी डीपीआर बनेगी और टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

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बीकानेर. शहर के पारंपरिक जल स्रोतों में भू जल पुनर्भरण की कवायद शुरू होगी। अमृत योजना के सेलो एक्विफर मैनेजमेंट के तहत तालाबों का पुनरुद्धार होगा व बंद कुए पुन: चालू होंगे। इस कार्य के लिए शहर में स्थित तीन तालाबों और सात कुओं का सर्वे हो चुका है। जल्द ही इसकी डीपीआर बनेगी और टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ होगी। नगर निगम के माध्यम से यह कार्य संपन्न होगा। इस कार्य के तहत जहां बंद कुएं पुन: क्रियाशील होंगे व सौन्दर्यीकरण के कार्य होंगे। वहीं तालाबों की मरम्मत और भू जल पुनर्भरण के लिए कार्य होगा। इसके लिए केन्द्रीय शहरी मंत्रालय और नगर निगम के बीच एग्रीमेंट हुआ है।

95 लाख के होंगे कार्य

निगम के अधिशाषी अभियंता चिराग गोयल के अनुसार, तीन तालाब और सात कुओं के पुनरुद्धार कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से 50 लाख रुपए की राशि चार किश्तों में प्राप्त होगी। कार्य के पूर्ण होने व संतोषजनक होने पर 45 लाख रुपए इंसेटिव के रूप में और प्राप्त होंगे। कुल 95 लाख रुपए की लागत से तालाब-कुओं के पुनरुद्धार के कार्य होंगे।

सर्वे हुआ, डेटा एकत्र

निगम एक्सईएन गोयल के अनुसार, शिवबाड़ी तालाब, हर्षोल्लाव और संसोलाव तालाब का पुनरुद्धार इस प्रोजेक्ट के तहत होगा। निगम क्षेत्र में स्थित बंद पड़े कुओं में से सात कुए पुन: क्रियाशील होंगे। प्रदेश से बाहर से आई सर्वे टीम की ओर से तालाबों और कुओं का सर्वे किया जा चुका है। डीपीआर तैयार करने के लिए सर्वे टीम की ओर से आवश्यक डेटा कलक्ट किया जा चुका है। एक से डेढ़ माह में डीपीआर बनेगी। डीपीआर के बाद टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

देशभर के दस स्थानों के लिए राशि स्वीकृत

एक्सईएन गोयल के अनुसार, सेलो एक्विफर मैनेजमेंट के तहत देशभर के दस स्थानों के लिए भू जल पुनर्भरण के लिए राशि स्वीकृत की गई है। इनमें बीकानेर भी शामिल है। निगम की ओर से शहर में भू जल पुनर्भरण के लिए शहर में कई स्थानों पर रैन वाटर हार्वेस्टिंग बोरवेल बनाए गए।