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वो दिग्गज अदाकारा, जिसके इश्क में बुरी तरह पड़ गए थे धर्मेंद्र, पर खुद ही ठुकरा दिया था प्यार, जानें क्या थी वजह

Dharmendra News: जवानी के दिनों में धर्मेंद्र इतने खूबसूरत थे कि साठ के दशक की तमाम बड़ी से बड़ी नायिकाएं उनके साथ काम करना चाहती थीं। वहीं, उनके कई नायिकाओं के साथ रिश्तों के की खबरें आती रहती थीं। मुमताज का भी उनसे प्लेटोनिक लव किसी से छिपा नहीं था। वहीं, उस दौर की एक दिग्गज अदाकारा थीं, जिसके इश्क में धर्मेंद्र बुरी तरह पड़ गए थे। बता दें कि यह बात उनके हेमा मालिनी से मिलने के पहले की है।

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Dharmendra and Meena Kumari Love story

धर्मेंद्र और मीना कुमारी की अधूरी प्रेम कहानी। (फोटो सोर्स: @FilmHistoryPic)

Dharmendra Meena Kumari Love Story: धर्मेंद्र गजब के खूबसूरत थे, इस बात पर कोई शक नहीं था। साठ के दशक की तमाम बड़ी नायिकाएं उनके साथ फिल्म करना चाहती थीं। उस जमाने में सबसे अधिक फीस लेने वाली आशा पारेख ने भी एक बार कहा था कि अगर उनके हीरो धर्मेंद्र होंगे तो वे फीस कम करने को तैयार होंगी। मुमताज का भी उनसे प्लेटोनिक लव किसी से छिपा नहीं था। पर उस दौर की एक दिग्गज अदाकारा थीं, जिसके इश्क में धर्मेंद्र बुरी तरह पड़ गए थे। यह बात उनके हेमा मालिनी से मिलने के पहले की है।

धर्मेंद्र–मीना कुमारी की अधूरी प्रेम कहानी

धर्मेंद्र और ट्रेजिडी क्वीन मीना कुमारी के प्रेम के किस्से आपको हर कहीं मिल जाएंगे। नेट में उनके प्रेम के किस्सों से भरा पड़ा है। कि कैसे जब धर्मेंद्र नए-नए इंडस्ट्री में आए थे, मीना कुमारी से पहली मुलाकात में ही दिल दे बैठे। मीना कुमारी उन दिनों निर्देशक कमाल अमरोही से अलग होने के बाद अपना टूटा दिल संभाल रही थी। धर्मेंद्र का खिलंदड़ स्वभाव और बेबाक अंदाज उन्हें लुभा गया। धर्मेंद्र एक स्ट्रगलर थे और मीना कुमारी एक कामयाब नायिका। मीना जी ने धर्मेंद्र का तारुफ अपने कई परिचित निर्माता-निर्देशकों से करवाया। वो दोनों शाम को मीना कुमारी के घर बैठ कर जाम की महफिल जमाते। मीना उन्हें अपनी शेर ओ शायरी सुनाती। साठ के दशक की शुरुआत में बंदिनी, बेगाना जैसी फिल्में मीना कुमारी की वजह से ही धर्मेंद्र को मिलीं।

क्यों टूटा मीना कुमारी और धर्मेंद्र का रिश्ता?

इंडस्ट्री में उन दोनों के इश्क के चर्चे शुरू हो गए थे। फिर अचानक एक दिन धर्मेंद्र ने मीना कुमारी से मिलना छोड़ दिया और फिल्मों में व्यस्त होते चले गए। मीना कुमारी ने फिर से बोतल का दामन थाम लिया। एक बार फिर उनका दिल टूट गया था। वे बेतहाशा पीने लगीं। फिर एक दिन इसी गम में चल बसीं।

1966 में 'फूल और पत्थर' की कामयाबी के बाद धर्मेंद्र की गिनती सफल नायकों में होने लगी और उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। मीना कुमारी का किस्सा वहीं खत्म हो गया।

धर्मेंद्र ने मीना कुमारी का प्यार क्यों ठुकराया? - राज की बात

दरअसल, यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि आखिरकार धर्मेंद्र और मीना कुमारी में ब्रेकअप क्यों हुआ था? सालों बाद उस दौर की शरारती और प्रसिद्ध फिल्म पत्रकार देवयानी चौबल ने मुझे एक इंटरव्यू में अंदर की बात बताई थी। यह बात चौंकाने वाली थी। इस बात से धर्मेंद्र के कद और स्वभाव के बारे में भी पता चलता है।

गौरतलब है कि सत्तर के दशक में जब देवयानी ने स्टार एंड स्टाइल पत्रिका में अपने गॉसिप कॉलम में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी के अफेयर के बारे में खुल कर लिखा तो धर्मेंद्र इतने नाराज हुए कि महालक्ष्मी रेस कोर्स में देवयानी को दौड़ा दिया, यह कहते हुए कि मेरे हाथ आओगी तो जान से मार डालूंगा। ना जाने कितने घंटे देवयानी रेस कोर्स के वाश रूम में छिप कर बैठी रही।

पत्रकार देवयानी चौबल क्यों थीं धर्मेंद्र से नाराज़?

Devyani Chaubal: देवयानी ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि वो क्यों थी धर्मेंद्र से खफा? धर्मेंद्र से एक जमाने में नजदीक थी देवयानी। उसकी वजह थी धर्म जी का बेहतरीन स्वभाव। देवयानी ने ना जाने कितने नायकों को अपनी पत्नी के साथ बेवफाई करते, झूठ बोलते, कई नायिकाओं को रोमांस करते देखा। लेकिन धर्मेंद्र जब मीना कुमारी के करीब आए तो देवयानी खुद भी चौंक गई। उन्होंने इस रिश्ते के टूटने की वजह यह बताई थी, ‘दरअसल मीना जी चाहती थीं कि धर्म अपनी पत्नी से तलाक ले कर उनसे शादी करें। पर धर्मेंद्र ने इससे इंकार कर दिया। धर्म जी अपने परिवार की, बाबूजी की, पत्नी प्रकाश कौर की बहुत इज्जत करते थे। वे अपने बच्चों से भी बहुत प्यार करते थे। उन्हें पूरा समय देते थे। प्रकाश ने मुश्किल दौर में उनका साथ दिया था, धर्म जी कभी उन्हें छोड़ने की सोच भी नहीं सकते थे। उनके लिए इश्क शादी का विकल्प नहीं था। बस इसी बात पर दोनों अलग हो गए।’

और बाद के सालों में जब धर्म हेमा मालिनी के प्यार में पड़े, देवयानी को उनके जेंटलमैन होने पर शक सा होने लगा। हेमा के पीछे संजीव कुमार भी थे और जीतेंद्र भी। देवयानी को लगा कि धर्म के साथ उनके अफेयर की खबर सुन कर हेमा की मां जया चक्रवर्ती नाराज हो जाएंगी और बेटी को समझा-बुझा कर कहीं और शादी करने पर राजी कर लेंगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

धर्म-हेमा बने थे एक-दूजे के लिए

नब्बे के दशक में देवयानी जब मुझसे मिलीं, लकवा ग्रस्त हो कर बिस्तर पर आ चुकी थीं। धर्म और हेमा का जिक्र उन्होंने कुछ इस तरह किया था, ‘उन दोनों में बहुत गरिमा है। हेमा ने कभी धर्मेंद्र से नहीं कहा कि उनके लिए अपना परिवार छोड़ दे। धर्म जी दिन का समय हेमा के साथ बिताते थे पर रात को अपनी फैमिली के पास जाते थे। धर्म जी ने दोनों पत्नियों को खूब निभाया। प्रकाश की इज्जत कम होने नहीं दी। हेमा मालिनी ने भी कभी धर्मेंद्र को उनके परिवार से दूर करने की कोशिश नहीं की।’

धर्म जी ने अपनी दोनों पत्नियों को किया वादा अंत तक निभाया। वे जेंटलमैन ही बने रहे।

इंडस्ट्री में यह खबर भी थी कि कमाल अमरोही धर्मेंद्र से अपनी पत्नी मीना कुमारी के अफेयर की वजह से नाराज रहे। धर्मेंद्र को वे अपनी फिल्म पाकीजा में कास्ट करना चाहते थे, पर बाद में उन्होंने वह भूमिका राजकुमार को दे दी। यही नहीं, सालों बाद जब हेमा मालिनी के साथ वे रजिया सुल्तान फिल्म बना रहे थे, तो धर्मेंद्र को गुलाम की भूमिका दे कर और उनके चेहर पर कालिख पुतवा कर अपना बदला पूरा कर लिया। यह बात कमाल साहब ने खुद अपने साथ काम करने वाले एक टेक्नीशियन को बताई थी।