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85 हजार उपभोक्ताओं को मार्च माह से मिलेगा चंबल पेयजल योजना का पानी

विधानसभा क्षेत्र में चंबल पेयजल योजना का कार्य सही गति से चला तो मार्च माह में उपभोक्ताओं को पीने का पानी मिल सकता है।

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बूंदी

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pankaj joshi

Dec 01, 2025

85 हजार उपभोक्ताओं को मार्च माह से मिलेगा चंबल पेयजल योजना का पानी

चंबल पेयजल योजना में पाइपलाइन बिछाते हुए।

हिण्डोली. विधानसभा क्षेत्र में चंबल पेयजल योजना का कार्य सही गति से चला तो मार्च माह में उपभोक्ताओं को पीने का पानी मिल सकता है। यहां पर 85 हजार उपभोक्ताओं को पेयजल योजना से पानी मिलने की दरकार है।

जानकारी अनुसार वर्ष 2021 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा बजट सत्र में हिण्डोली विधानसभा क्षेत्र में गंभीर पेयजल संकट को देखते हुए करीब 900 करोड रुपए की लागत से चंबल पेयजल योजना स्वीकृत की थी,जिसका कार्य संवेदक ने शुरू कर दिया था। यह योजना नवंबर 2024 को पूरी होनी थी, लेकिन वन विभाग के अड़ंगे सहित ठेकेदार की ढिलाई के चलते समय पर पूरी नहीं हो पाई थी,जिससे उपभोक्ताओं को समय पर शुद्ध पेयजल नहीं मिला। पेयजल योजना में एक वर्ष की देरी हो गई। जल संसाधन विभाग प्रोजेक्ट के अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल 2026 तक विधानसभा क्षेत्र के 570 गांवों व मजरों में चंबल पेयजल योजना से जलापूर्ति करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

ऐसे पहुंचेगा हिण्डोली व नैनवां में पानी
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि आरोली से पाइप लाइन से पानी मुख्य जल शोधन संयंत्र जाखोली तक पहुंचेगा। जाखोली से बड़ानयागांव के निकट बने पंप हाउस तक पानी पहुंचेगा। यहां से दो रूट तय किए हैं। कुल 69 टंकियां बनाई गई है। एवं छह पंप हाउस का निर्माण हुआ है। हिण्डोली पंप हाउस से 12 टंकियां, बांसी से 10, दबलाना से 10, देई से 6, व नैनवां से 10 टंकिया में जलापूर्ति की जाएगी। बड़ानयागांव से हिण्डोली, पेचकी बावड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाएगी। वहीं बड़ा नयागांव से अलोद दबलाना होते हुए बांसी, देई, नैनवां तक पानी पहुंचाया जाएगा।

वन विभाग व वाइल्ड लाइफ की मिली स्वीकृति
जल संसाधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि पेयजल योजना में वाइल्ड लाइफ व वन विभाग का कुछ भाग आने से वन विभाग द्वारा रोक लगा दी थी। लंबे समय बाद वन विभाग की स्वीकृति मिल गई है। आरोली के पास से मुख्य लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया है, जिसे जाखोली में मैन सिस्टम में लाकर मिलाया जाएगा।

चंबल पेयजल योजना में पहले विलंब हो चुका हैं। अब संवेदक को निर्देश दिए हैं कि वह कार्य में तेजी लाए। मैन पावर बढ़ाया जा रहा है। कोशिश रहेगी मार्च 2026 तक क्षेत्र के लोगों को पीने का शुद्ध पानी मिल जाए।
अरविंद खींची, अधीक्षण अभियंता, जल जीवन मिशन, झालावाड़

चंबल पेयजल योजना का पानी अप्रैल 2026 तक गांव में पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। वन विभाग की स्वीकृति मिल गई है। आगामी गर्मी में विधानसभा क्षेत्र के उपभोक्ताओं को पानी मिल सके।
सर्वेश्वर चौधरी, अधिशासी अभियंता, जल जीवन मिशन, बूंदी